Loan guarantor: कई बार आपके रिश्तेदार या दोस्त अपनी जरूरत के लिए जब लोन लेने जाते हैं तो आपको अपना गारंटर (Loan guarantor) बनाते हैं. यह होम लोन (Home loan), ऑटो लोन (Auto loan), पर्सनल लोन (Personal loan) या दूसरे लोन हो सकते हैं. अगर आप भी ऐसा करने जा रहे हैं तो पहले लोन गारंटर बनने का सही मतलब समझ लीजिए. लोन गारंटर बनना का मतलब सिर्फ एक कागज पर सिग्नेचर करना नहीं है, बल्कि ऐसा करने पर आपके साथ जिम्मेदारियां भी जुड़ जाती हैं. ये भी ध्यान रखें किसी का लोन गारंटर बनने से आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है और आपकी कर्ज लेने की क्षमता घट जाती है.

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लोन गारंटर का क्या मतलब

लोन गारंटर (Loan guarantor) का मतलब है कि बैंक को कर्ज लेने वाले पर पूरा भरोसा नहीं है कि वे कर्ज लौटा पाएगा. ऐसे में बैंक अतिरिक्त गारंटी की मांग करता है. ये गारंटी अचल संपत्ति के रूप में हो सकती है और किसी व्यक्ति के रूप में. जब किसी व्यक्ति को लोन गारंटर बनाया जाता है, तो इसका अर्थ है कि अगर लोन लेने वाला व्यक्ति कर्ज नहीं चुका सका, तो वह देनदारी लोन गारंटर के ऊपर आ जाएगी. लोन गारंटर को कर्ज चुकाना होगा.

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इन बातों पर करें गौर

किसी का लोन गारंटर बनने से पहले लोन लेने वाले व्यक्ति की आर्थिक स्थिति, पिछले ट्रैक रिकॉर्ड और कर्ज लेने की वजह के बारे में अच्छी तरह से पता कर लें. अगर आपको थोड़ा भी संदेह हो तो आपके पास दो रास्ते हैं. एक, आप लोन गारंटर बनने से मना कर सकते हैं. दूसरा, आप सिर्फ नॉन फाइनैंशियल बैंक गारंटर बन जाएं. 

क्या है नॉन फाइनैंशियल बैंक गारंटर

नॉन फाइनैंशियल बैंक गारंटर और फाइनैंशियल बैंक गारंटर का अंतर समझना बेहद जरूरी है. फाइनैंशियल बैंक गारंटर का मतलब है कि आप लोन की पूरी जिम्मेदारी ले रहे हैं और अगर कर्जदार ने लोन नहीं चुकाया तो आप पूरी राशि ब्याज सहित चुका देंगे.

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जबकि नॉन फाइनैंशियल बैंक गारंटर का अर्थ है कि आपके ऊपर कर्ज चुकाने की कोई जिम्मेदारी नहीं है और आप बैंक और कर्जदार के बीच सिर्फ मध्यस्थ की भूमिका निभाएंगे और बैंक को कर्ज वापस दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे.