LIC IPO Big News: सारे कन्फ्यूजन रखिए दूर, यहां जानिए आपको क्यों लगाना चाहिए पैसा, ये है 5 बड़ी वजह
LIC IPO: LIC IPO की वैल्यूएशन काफी आकर्षक हैं. इसलिए ज्यादातर मार्केट एक्सपर्ट्स इसमें 'सब्सक्राइब' करने की सलाह दे रहे हैं.
LIC IPO: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की बीमा कंपनी का IPO आज से खुल गया है. अब 9 मई तक इसमें अप्लाई किया जा सकता है. कंपनी ने IPO के लिए प्राइस बैंड 902-949 रुपए प्रति शेयर तय किया है. इसमें लॉट साइज 15 शेयरों का है. अधिकतम 14 लॉट के लिए निवेशक बिड कर सकते हैं. एलआईसी पॉलिसीधारकों को 60 रुपए की छूट होगी. LIC कर्मचारियों के लिए 45 रुपए का डिस्काउंट होगा. LIC ने कहा कि उसने एंकर निवेशकों से 5,627 करोड़ जुटाए हैं.
LIC Policyholders का कोटा पूरा सब्सक्राइब
LIC IPO में पॉलिसीहोल्डर्स के लिए रिजर्व कोटा ढाई घंटे में पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया. दोपहर बाद इसे 2,31,53,280 शेयरों के लिए बोलियां मिल चुकी थीं जबकि 2,21,37,492 शेयर बिक्री के लिए रखे गए हैं. मतलब ये 1.05 गुना सब्सक्राइब हो चुका है. कुल मिलाकर पहले ढाई घंटे में इसे 30% बोलियां मिली हैं. कर्मचारियों के लिए रिजर्व कैटगरी में 50 फीसदी से ज्यादा बोलियां मिली हैं.
LIC IPO में अब भी निवेश का मौका है, आपको अप्लाई करना चाहिए, इसके लिए 5 बड़े कारण हैं.
1. आकर्षक वैल्यूएशन: LIC IPO की वैल्यूएशन काफी आकर्षक हैं. इसलिए ज्यादातर मार्केट एक्सपर्ट्स इसमें 'सब्सक्राइब' करने की सलाह दे रहे हैं. शेयरखान ने कहा है कि IPO की कीमत बहुत आकर्षक है. सरकार ने वैल्यूएशन में 50 फीसदी कटौती की है. इसे घटाकर ₹6 लाख करोड़ किया गया है. जो प्राइवेट प्लेयर्स के मुकाबले काफी अच्छा नजर आ रहा है.
2. सिंगल इंवेस्टमेंट में डायवर्सिफिकेशन: 30 सितंबर 2021 तक, LIC भारत का सबसे बड़ा एसेट मैनेजर था, जिसका AUM 39.55 ट्रिलियन डॉलर रहा, जो भारत में सभी प्राइवेट लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों के ज्वाइंट AUM से 3.3 गुना से ज्यादा और पूरे भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग के AUM का 1.1 गुना ज्यादा था. 21 सितंबर तक लिस्टेड स्टॉक्स में LIC का निवेश NSE के पूरे मार्केट कैप का करीब 4 फीसदी था.
3. डिविडेंड वाला शेयर: बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि LIC डिविडेंड देने वाले शेयरों में से एक होगा, जो किसी निवेश से मुनाफा हासिल करने का तरीका है. जानकारों का मानना है कि इनकम में लगातार सुधार के अलावा, डिविडेंड देने वाली कंपनियां डिफेंसिव सेक्टर्स में हैं, जो कम अस्थिरता के साथ आर्थिक मंदी का सामना करने में सक्षम होती हैं. भारतीय जीवन बीमा निगम पूरी तरह से भारत सरकार के स्वामित्व और नियंत्रण में है. आनंद राठी के मुताबिक, भारत सरकार की हिस्सेदारी कम होने के बाद कंपनी में बाकी मेजॉरिटी शेयरहोल्डर्स और निवेशक कंपनी से अच्छे डिविडेंड की उम्मीद कर सकते हैं.
4. बाजार में LIC की लीडरशिप: इंश्योरेंस सेक्टर में LIC को प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा है. लेकिन, अब भी अपने सेक्टर में मार्केट लीडर है. इंश्योरेंस सेक्टर में भारतीय आबादी की कम पैठ है. इसलिए आने वाले समय में मार्केट लीडर होना का फायदा मिलेगा. साथ ही अपनी ग्रोथ को बढ़ाने का मौका मिलेगा. LIC का कमीशन-से-प्रीमियम का अनुपात 5.5 फीसदी है, जबकि शीर्ष पांच प्राइवेट प्लेयर्स का औसत 4.4 फीसदी है.
5. मजबूत लॉन्ग टर्म आउटलुक: LIC देश में इंश्योरेंस का पर्याय है और ब्रांड वैल्यू के मामले में एक बड़ा फायदा मिलता है. LIC IPO में बोली लगाने वाले निवेशकों को लंबी अवधि के लिए इसे देखना चाहिए. स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के रिसर्च हेड संतोष मीणा के मुताबिक, LIC IPO के ग्राहकों को पता होना चाहिए कि इंश्योरेंस कारोबार लंबी अवधि के लिए काम करता है. इसलिए IPO को लंबी अवधि के लिहाज से ही खरीदना चाहिए. पॉलिसीधारकों को डिस्काउंट पर मिल रहे इस मौका का पूरा फायदा उठाना चाहिए.
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