इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) ने टैक्सपेयर्स (Taxpayers) को रिफंड का वादा करने वाले मैसेज या मेल से अलर्ट रहने की सलाह दी है. विभाग ने कहा है कि लोगों को जल्दी रिफंड देने के झूठे झांसे से भरे मैसेज और ई-मेल भेजे जा रहे हैं. इस तरह के मैसेज और ई-मेल लोगों के बैंक खातों पर डाका डालने और उनकी निजी जानकारी हासिल करने के मकसद से किए जा रहे हैं. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इनकम टैक्स विभाग ने कहा है कि उसने 14 लाख रिफंड (Refund) जारी कर दिए हैं. रिटर्न जारी करने का काम तेजी से किया जा रहा है.

आयकर विभाग ने ट्वीट कर टैक्सपेयर्स को सतर्क करते हुए कहा कि वे ऐसे किसी लिंक पर क्लिक नहीं करें, जिसमें रिफंड का वादा किया गया हो. इस तरह के मैसेज या मेल आयकर विभाग की ओर से नहीं भेजे गए हैं.

 

विभाग ने अपने मैसेज में कहा है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) कभी भी ई-मेल के जरिए टैक्सपेयर्स की निजी जानकारी नहीं मांगता है. विभाग कभी भी ई-मेल या मैसेज के जरिए पिन नंबर, पासवर्ड, क्रेडिट या डेबिट कार्ड की डिटेल या फिर बैंक खातों की जानकारी नहीं मांगता है.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:

वित्त मंत्रालय ने कहा है कि वह कोविड-19 की वजह प्रभावित लोगों और कंपनियों को राहत के लिए आयकर रिफंड जारी करने के काम में तेजी ला रहा है. पांच लाख रुपये तक के रिफंड जारी करने के काम में तेजी लाई जा रही है. अब तक 14 लाख से ज्यादा रिफंड जारी किए जा चुके हैं.

इनकम टैक्स के अलावा जीएसटी नेटवर्क (GSTN) ने भी अपने ग्राहकों को ऐसे भ्रामक मैसेज के चक्कर में नहीं आने की सलाह दी है.