खुद का घर लेने से पहले हमारे मन में कई तरह के सवाल होते हैं. होम लोन लेना एक लंबा कमिटमेंट है इसलिए जरूरी है Home Loan लेने से पहले इससे जुड़े सभी सवालों के जवाब आपको पता हों. ताकि भविष्य में आपके पास खुद का घर भी हो और ये आपकी जेब पर भारी भी ना पड़े.

1. आपको होम लोन लेना चाहिए या नहीं

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सबसे ज्यादा पूछा जाने वाला सवाल है कि होम लोन लिया जाना चाहिए या नहीं. इसका जवाब आपके उद्देश्य पर निर्भर करता है. आप प्रॉपर्टी में निवेश सिर्फ इन्वेस्टमेंट के लिए करना चाहते हैं या फिर आप रहने के लिए घर की तलाश में हैं. अगर आप का उद्देश्य खुद का घर लेना और उसमें रहना है तो होम लोन लेना चाहिए. 

- PMAY जैसी योजनाओं में मिल रहा है फायदा

प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी स्कीम, होम लोन पर आपको सब्सिडी भी दे रही हैं. इस स्कीम के तहत आपको कम्पलीट लोन अमाउंट में काफी फायदा मिल जाता है. अगर आपकी सालाना आय 3 लाख से 18 लाख तक है, तो आप इस स्कीम का फायदा उठा सकते हैं. ये स्कीम कोरोना के कारण बढ़ा करके मार्च 2022 तक कर दी गई है. इसका लाभ अभी होम लोन लेकर उठाया जा सकता है.

2. कितना होम लोन लेना है सही

होम लोन लेने का सबसे आसान नियम है कि आप आपनी आय का 25 प्रतिशत से ज्यादा भाग EMI में ना जानें दें. सैलरी का बाकि भाग इमरजेंसी और बाकी खर्चों के लिए बचाया जाना चाहिए. अगर आपकी मासिक आय 50 हजार रूपए है तो इसका 25 प्रतिशत यानि की 12 हजार रूपए ही EMI में दे सकते हैं.

 

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3. होम लोन सिलेक्ट करते समय किन बातों का रखें ध्यान ?

- ब्याज की दरें कम हों इस बात का ध्यान रखें.

- फ्लोटिंग और फिक्स्ड अमाउंट रेट में से अपने लिए बेस्ट ऑप्शन का चुनाव करें. फ्लोटिंग रेट, बाजार के उतार चढ़ाव के साथ आपकी EMI पर घटता बढ़ता है. वहीं फिक्स्ड रेट में आज ही तय कर लिया जाता है कि आप कितना ब्याज देंगे. लेकिन ये रेट बैंक पहले से ही बढ़ा कर फिक्स करते हैं. ऐसा भविष्य में किसी भी तरह के नुकसान से बचने के लिए किया जाता है. फ्लोटिंग रेट में आपको एक से दो प्रतिशत तक का फायदा होता है. 

-फ्लोटिंग रेट का दूसरा फायदा ये भी है कि, अगर आप भविष्य में एडवांस पेमेंट करना चाहते हैं तो आपको अलग से कोई जुर्माना नहीं देना होगा.

-इसके अलावा लोन लेते समय बैंक से प्रोसेसिंग फीस पर ठीक तरह से बार्गेन किया जाना भी जरूरी है.

- हाउसिंग फाइनेंस कंपनी आपको ज्यादा से ज्यादा ऑनलाइन फीचर दे रही हों इस बात का ध्यान रखें. ताकि आपको बार-बार दफ्तरों के चक्कर ना काटने पड़ें.

- ये भी देखा जाना जरूरी है कि जिस बैंक को आप कंसीडर कर रहे हैं, वो RBI द्वारा रेट घटाने के कितने समय बाद अपने ग्राहकों तक पास ऑन करती है. क्योंकि अगर आप फ्लोटिंग रेट पर EMI लेंगे तो आपको तभी फायदा मिलेगा जब कंपनी जल्द से जल्द कस्टमर तक इसे ट्रांसफर कर पाएगी. इसके अलावा आप अपने होम लोन का इंश्योरेन्स भी करवा सकते हैं. ऐसा करने से भविष्य में किसी तरह की आपातकालीन स्तिथि में आपके घर वालों को लोन नहीं भरना होगा. और आपकी पुरानी भरी किश्तें भी बेकार नहीं जाएंगी.

4. होम लोन का एडवांस पेमेंट करना चाहिए या नहीं?

अगर आपके पास अचानक पैसा आता है और आप सोच रहे हैं कि होम लोन का एडवांस पेमेंट कर इसे खत्म कर दिया जाए या इसे कहीं और इन्वेस्ट करना बेहतर है. तो इसका जवाब आपकी प्राथमिकता पर निर्भर है. अगर आप हर महीने EMI देना झंझट का काम नहीं मानते, तो आप ऐसे में अमाउंट को इन्वेस्ट कर सकते हैं. लेकिन अगर होम लोन की EMI से छुटकारा चाहते हैं तो एडवांस पेमेंट किया जा सकता है.