एक साल से कम की अवधि में पाना है तगड़ा रिटर्न? इन जगहों पर पैसे लगाकर कमा सकते हैं मुनाफा
कई बार निवेशक सोचते हैं कि कहां पैसे लगाएं जहां से साल भर में ही इन पैसों पर बिना किसी रिस्क के कुछ अतिरिक्त कमाई की जा सके. अगर आप भी ऐसी जगह की तलाश कर रहे हैं, जहां पैसे लगाए जा सकें तो आइए जानते हैं इसके 3 ठिकाने.
कई बार ऐसा होता है कि निवेशकों को अपने पैसे छोटी अवधि के लिए कहीं लगाने होते हैं. उन्हें इन पैसों की जरूरत साल भर के बाद होती है, तो वह सोचते हैं कि कहां पैसे लगाएं जहां से साल भर में ही इन पैसों पर बिना किसी रिस्क के कुछ अतिरिक्त कमाई की जा सके. अगर आप भी ऐसी जगह की तलाश कर रहे हैं, जहां पैसे लगाए जा सकें तो आइए जानते हैं 3 ठिकाने, जहां से बिना किसी रिस्क के रिटर्न मिल सकता है, वो भी सिर्फ साल भर के अंदर.
1- बैंक की एफडी
अधिकतर लोग इसी विकल्प का इस्तेमाल करते हैं. आप अपने पैसों को किसी बैंक की एफडी में लगा सकते हैं. रही बात रिस्क की तो रिटर्न तो आपको गारंटी के साथ मिलेगा ही, आपकी 5 लाख रुपये तक की मूल राशि भी पूरी तरह सुरक्षित रहेगी, चाहे बैंक ही क्यों ना डूब जाए. Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation के प्रोविजन के तहत किसी बैंक के डूबने पर भी ग्राहक को 5 लाख रुपये तक की राशि पर सुरक्षा मुहैया कराई जाती है. वहीं ये छोटी अवधि के लिए होगा तो आपको कुछ समय बाद पैसे वापस हाथ में मिल जाएंगे, जिन्हें आप अपनी मर्जी के मुताबिक कहीं भी निवेश कर सकते हैं. इस अवधि में आपको तमाम बैंक 5.25 फीसदी से लेकर 6.35 फीसदी तक का रिटर्न दे सकते हैं.
2- रिकरिंग डिपॉजिट
किसी बैंक में रिकरिंग डिपॉजिट की अवधि 6 महीने से 10 साल तक की होती है. इसके तहत हर महीने एक तय राशि जमा करनी होती है. कुछ ऐसे भी प्लान होते हैं, जिनमें तिमाही या छमाही आधार पर भी निवेश लिया जाता है. इसके तहत भी आप अपने कैश का कुछ हिस्सा निवेश कर के उस पर सेविंग्स अकाउंट से अधिक ब्याज कमा सकते हैं. रिकरिंग डिपॉजिट पर भी आपको 5.25 फीसदी से लेकर 6.60 फीसदी तक का ब्याज मिल सकता है.
3- पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट
अगर आप चाहे तो पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट में भी 1 साल के लिए पैसे लगा सकते हैं. एक टाइम डिपॉजिट अकाउंट पर आपको 6.90 फीसदी तक का ब्याज मिल सकता है. वहीं आपके पैसे साल भर में ही वापस मिल जाएंगे.
लेकिन टैक्स का रखें ख्याल
पैसे कहीं भी निवेश करते वक्त आपको यह ध्यान रखना होगा कि इतनी छोटी अवधि के निवेश पर कोई टैक्स रिटर्न नहीं मिलता है. ऐसे में आपको जो ब्याज मिलेगा वह भी आपकी टैक्सेबल इनकम में जुड़ेगा और आप पर टैक्स का बोझ बढ़ जाएगा.