दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस (Dhanteras) का त्योहार मनाया जाता है. इस बार देशभर में शनिवार, 22 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा. हिंदू धर्म में धरतेरस का काफी महत्व है. धनतेरस के दिन सोना, चांदी और बर्तन (Gold, Silver and Utensils) खरीदना काफी शुभ माना जाता है. यही वजह है कि धनतेरस के दिन ज्वैलरी और बर्तनों की दुकानों पर जबरदस्त भीड़ रहती है और इस दिन लोग बढ़-चढ़कर सोने-चांदी और बर्तनों की खरीदारी करते हैं. अगर आप भी धनतेरस के दिन गोल्ड कॉइन या गोल्ड ज्वैलरी खरीदने जा रहे हैं तो उसकी जांच करना बिल्कुल न भूलें. दरअसल, कई दुकानदार त्योहार की वजह से होने वाली भीड़भाड़ का फायदा उठाकर लोगों को नकली या मिलावटी सोना बेच देते हैं. BIS (Bureau of Indian Standards) ने कुछ ऐसे टिप्स शेयर किए हैं, जिससे आप बहुत ही आसानी से असली और नकली सोने की पहचान कर सकते हैं.

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असली और नकली सोने में पहचान करने के लिए बनाए जाते हैं 3 निशान 

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि धनतेरस के दिन ज्वैलरी की दुकानों पर जबरदस्त भीड़ होती है. इसलिए सोना खरीदते वक्त कभी भी जल्दबाजी न करें. अगर आपको सोने की शुद्धता को लेकर जरा भी संदेह हो तो वो सोना न खरीदें. असली और नकली सोने को 3 अलग-अलग निशान से पहचाना जा सकता है. सरकार ने गोल्ड से बनने वाले सभी प्रोडक्ट्स पर इन तीनों निशानों को छापना अनिवार्य कर दिया है. अगर आपको सोने की किसी भी चीज पर इन तीनों में से कोई भी एक चीज न दिखे तो वो सोना न खरीदें. आइए जानते हैं सोने की पहचान करने के लिए गोल्ड की चीजों पर क्या छापा जाता है.

कैसे पहचानें असली और नकली सोना

असली सोने की पहचान करने के लिए तीन निशानों में से पहला निशान हॉलमार्क होता है. इसके बाद दूसरे निशान के रूप में सोने का कैरेट और उसकी शुद्धता लिखी जाती है, जैसे- 22K916. यहां 22 सोने का कैरेट है और 916 उसकी शुद्धता है. और तीसने निशान के रूप में 6 अंकों का अल्फान्यूमरिक HUID कोड लिखा होता है, जिसमें ABCD के साथ 123 जैसे नंबर मिक्स होते हैं. अगर आपको सोने के किसी भी प्रोडक्ट में ये तीनों चीजें एक साथ नहीं मिलती हैं तो ऐसे प्रोडक्ट को बिल्कुल भी न खरीदें. बताते चलें कि 14, 18, 20, 22, 23 और 24 कैरेट के सोने पर हॉलमार्किंग होती है.