साल जब खत्‍म होने वाला होता है तो अपनेआप ही उस साल में हुए तमाम घटनाक्रम मन में आते हैं. क्‍या सही और क्‍या गलत फैसले रहे, इस बारे में अक्‍सर लोग सोचते हैं और इसके हिसाब से नए साल में नई उम्‍मीदों के साथ कुछ गलत आदतों और फैसलों को सही करने का संकल्‍प लेते हैं. साल 2022 को खत्‍म होने में भी कुछ ही समय बचा है.

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ऐसे में हमें अपने फाइनेंशियल पोर्टफोलियो पर भी नजर डालनी चाहिए और इसे रिवाइज करना चाहिए. कहां गलती हुई और हम चूक गए, इस पर सोचना चाहिए और नए साल पर नए निवेश के साथ नई शुरुआत की तैयारी करनी चाहिए. अगर आप भी आने वाले नए साल में निवेश करने के लिए बेहतर स्‍कीम की तलाश कर रहे हैं, तो यहां जानिए कुछ ऐसी योजनाओं के बारे में जो आपको डबल बेनिफिट देंगी. इनमें निवेश करने पर आपको बेहतर रिटर्न भी मिलेगा और टैक्‍स में छूट का फायदा भी मिलेगा.

PPF 

अगर आप गारंटीड रिटर्न और अच्‍छा बेनिफिट चाहते हैं, तो पीपीएफ में निवेश कर सकते हैं. ये स्‍कीम 15 साल पर मैच्‍योर होती है. मौजूदा समय में इस पर 7.1 फीसदी ब्‍याज मिल रहा है, साथ ही कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है. इस स्‍कीम में मिनिमम 500 रुपए से मैक्सिमम 1.5 लाख रुपए सालाना निवेश कर सकते हैं. पीपीएफ में निवेश करने से आपको इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80सी के तहत टैक्‍स में भी बेनिफिट मिलता है. ये आपके लिए लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न देने वाली स्‍कीम बन सकती है.

VPF

अगर आप नौकरीपेशा वाले हैं तो वीपीएफ यानी वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड के जरिए ईपीएफओ में भी अपने योगदान को बढ़ा सकते हैं. VPF में सैलरी कटाने की कोई सीमा तय नहीं होती. कर्मचारी चाहे तो बेसिक सैलरी का 100 फीसदी तक योगदान भी कर सकता है. वीपीएफ में भी आपको ईपीएफ की तरह ब्‍याज और सारी सुविधाएं मिलती हैं. वर्तमान में वीपीएफ में 8.1 फीसदी के हिसाब से ब्‍याज मिल रहा है. साथ ही इसमें आयकर कानून के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का फायदा मिलता है. ईपीएफ के साथ वीपीएफ में भी योगदान करके आप अपने लिए अच्‍छी खासी रकम जोड़ सकते हैं.

ELSS

इक्विटी आधारित म्यूचुअल फंड होता है जिसमें 80 फीसदी शेयर बाजार में और 20 फीसदी डेट  में निवेश किया जाता है. इसमें आप 500 रुपए से निवेश शुरू कर सकते हैं और अधि‍कतम निवेश की कोई सीमा नहीं है. लॉन्ग टर्म में ये स्कीम वेल्थ क्रिएट करने में सक्षम होती है. इसके प्रदर्शन पर गौर करें तो इसने 14-17 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है. मार्केट से जुड़ी ये स्कीम धारा 80सी के तहत टैक्स छूट का लाभ दिलाती है. इसे टैक्स सेवर म्यूचुअल फंड के नाम से भी जाना जाता है.

NPS

नेशनल पेंशन सिस्‍टम सरकार की चलाई जा रही यह एक कंट्रीब्‍यूटरी पेंशन स्‍कीम है. इस योजना के तहत अपनी वर्किंग लाइफ में आपको लंबी अवधि तक निवेश करना होता है. इसमें निवेश की गई कुल रकम का 60 प्रतिशत आप रिटायरमेंट के बाद एकमुश्‍त निकाल सकते हैं, वहीं बची हुई 40 परसेंट राशि पेंशन योजना में चली जाती है. इससे आपको बुढ़ापे पर पेंशन दी जाती है. एनपीएस टियर-1 अकाउंट के मामले में अकाउंट होल्डर को इनकम टैक्स एक्ट 80सी के तहत 1.5 लाख रुपए तक और 80सीसीडी (1बी) के तहत 50 हजार रुपए की टैक्स छूट का लाभ मिलता है. 

 

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