Holi Money Management tips: होली रंगों का त्‍योहार है. देश ही नहीं दुनिया के कई देशों में यह पर्व मनाया जाता है. होली का अपना सांस्कृतिक महत्व है. होली न केवल रंग-गुलाल के साथ मन की कड़वाहट मिटाकर सबसके साथ मिलकर सेलिब्रेट करने का संदेश देता है, बल्कि यह पर्व हमें पैसे, रुपये, निवेश से जुड़े मनी मैनेजमेंट के सबक भी सिखाता है. होली से हम फाइनेंशियल प्‍लानिंग के कई अहम गुर सीख सकते हैं और अपने पोर्टफोलियो को मजबूती देने के लिए उन्‍हें अमल में ला सकते हैं. एक्‍सपर्ट और बीपीएन फिनकैप के डायरेक्‍टर अमित कुमार निगम ने ऐसी 6 बड़ी बातें बताई, जिसे निवेशकों को होली से सीखना चाहिए.

सेफ इन्‍वेस्‍टमेंट: सुरक्षा और सावधानी है जरूरी

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होली हो चाहे कोई और त्‍योहार, हमें सुरक्षित तरीके से मनाना चाहिए. होली की बात करें, तो केमिकल वाले रंगों की बजाय ऑर्गेनिक रंगों से होली खेलना ज्‍यादा बेहतर है. इससे न तो आपकी हेल्‍थ पर कोई साइड इफैक्‍ट होगा, ना ही दूसरों को नुकसान होगा. जब भी मनी मैनेजमेंट की बात आती है, ऐसा ही रवैया निवेश के मामले में भी रखना चाहिए अगर. आपको मनी मैनेजमेंट की अच्‍छी समझ नहीं है, तो बेहतर कि आप फाइनेंशियल एडवाइजर की मदद लें. एक अच्‍छा एडवाइजर आपके पैसे को सुरक्षित रखते हुए अच्‍छा रिटर्न हासिल करने में मदद करेगा. 

डाइवर्सिफिकेशन: पोर्टफोलियो को बनाएं रंग-बिरंगा 

होली के कई रंग लाल, पीला, हरा, नीला, गुलाबी होते हैं. दरअसल, होली बसंत के कलरफुल सीजन की शुरुआत को दर्शाता है. इसलिए रंगों के साथ मनाया जाता है. होली के अलग-अलग रंग जिस तरह त्‍योहर के उत्‍साह को बढ़ाते हैं, उसी तरह निवेश पोर्टफोलियो में भी डाइवर्सिफिकेशन होना चाहिए. एक संतुलित पोर्टफोलियो में हर एसेट क्‍लॉस स्‍टॉक, बॉन्‍ड, रीयल्‍टी, गोल्‍ड समेत अन्‍य इन्‍स्‍ट्रूमेंट्स शामिल होने चाहिए.

लॉन्‍ग टर्म नजरिया: होली में मिठास है जरूरी

होली रंग-गुलाल का त्‍योहार ही नहीं है, बल्कि यह गुजिया और ठंडई जैसी मिठास भी लेकर आता है. इन व्‍यंजनों को बनाने में समय लगता है, जिसकी पहले से तैयारी की जाती है. इसी तरह निवेश को भी बड़ा होने और अच्‍छा रिटर्न मिलने में समय लगता है. इसलिए वेल्‍थ क्रिएशन के लिए लंबी अवधि तक निवेश की मिठास चुने. निवेश शुरू करने के साथ-साथ आपको धैर्य भी बनाए रखना होगा. अगर आप लंबी अवधि तक धैर्य रखते हैं, तो निश्चित रूप से आपको तगड़े रिटर्न की मिठास हासिल होगी. 

लर्निंग: निवेश की बुराइयां मिटाएं

होली को बुराई पर अच्छाई की जीत के उत्सव के रूप में जाना जाता है, जो होलिका दहन के संदर्भ में अहम  है. आपके निवेश के मामले में भी हमें उन गलतियों को रोकना चाहिए. जैसेकि, कम जानकारी, जल्दबाजी में रिडम्‍प्‍शन, अफवाहों पर फैसले करना, छिटपुट निवेश और मार्केट टाइमिंग जैसी गलतियों को दूर करना चाहिए.

रिव्‍यू: समय-समय पर पोर्टफोलियो की लें खबर

होली हमें यह भी संदेश देता है कि बीते हुए कल को पीछे छोड़कर आगे देखना है. होली पर लोग सभी मतभेदों को भूलकर एक-दूसरे के साथ मिलकर उल्‍लास मनाते हैं. इसी तरह, अपने निवेश और निवेश पोर्टफोलियो की समय-समय पर समीक्षा करनी चाहिए. अपने एसेट क्‍लास की परफॉर्मेंस का आकलन करिए. अगर उसकी परफॉर्मेंस लगातार अच्‍छी नहीं है, तो वह आपके फाइनेंशियल गोल हासिल करने में बाधक बन सकता है. इसकी समीक्षा करते हुए जरूरी बदलाव पोर्टफोलियो में करने चाहिए.

अवेयरनेस: मिठास बांटना भी जरूरी

होली में हम एक-दूसरे को गुजिया, मिठाई और अन्‍य पकवान लिखाते हैं. निवेशक के मामले में मिठास बांटने की जरूरत है. यहां मिठास बांटने से मतलब है कि आप लोगों को जागरूक कर सकते हैं. अवेयरनेस से हर निवेशक को सही समय पर सही फैसला करने में मदद मिलती है. 

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां निवेश की सलाह नहीं हैं. मनी मैनेजमेंट की टिप्‍स एक्‍सपर्ट के विचार हैं. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.) 

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