Children's Day: हर मां-बाप यह चाहता है कि उसके बच्‍चों का भविष्‍य शानदार हो. उनकी पढ़ाई बेहतर से बेहतर हो और आर्थिक रूप से वो मजबूत रहे. इसलिए जरूरी है कि पैरेंटिंग के दिनों से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. सही समय पर शुरू किया गया सही निवेश हमेशा आपके बच्‍चे के भविष्‍य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने में मददगार होता है. बढ़ती महंगाई और अनिश्चितताओं के बीच, आपके बच्चे के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने की जिम्मेदारी कई गुना बढ़ जाती है. समय के साथ बढ़ती महंगाई के चलते एजुकेशन पर खर्च भी लगातार बढ़ रहा है. फिलहाल, यह करीब 11-12% है, इसके और भी ऊपर जाने की उम्मीद है. 

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पॉलिसी बाजार डॉट कॉम के हेड ऑफ इन्‍वेस्‍टमेंट विवेक जैन कहते हैं, “अगर हम MBA कोर्स की बात करें तो अभी एक अच्छे कॉलेज में इसकी कीमत लगभग 30 लाख रुपये है. हर साल फीस में बढ़ोतरी को देखते हुए अगले 20 सालों में यह लागत 1 करोड़ रुपये को पार कर जाएगी. इसी तरह, MBBS कोर्स करने के लिए अभी करीब 50 लाख रुपये का एडमिशन फीस आता है. हालांकि, जब तक आपका बच्चा कॉलेज में प्रवेश करता है, तब तक आपको 1.35 करोड़ रुपये का एक फंड बनाना होगा. इसलिए अगर आप निवेश करने के लिए सही समय पर विचार कर रहे हैं, तो यह सही समय है क्योंकि जितना ज्‍यादा आप देरी करेंगे, उतनी ही ज्‍यादा रकम आपको बाद में निवेश करने की जरूरी होगी या आप रिटर्न से बाहर हो जाएंगे.”

टारगेट और फ्यूचर प्‍लान का कर लें आकलन

विवेक जैन का कहना है, निवेश करने से पहले, आपको यह अनुमान लगाना चाहिए कि आपको अपने बच्चे की उच्च शिक्षा या शादी के लिए कितने पैसे की जरूरत होगी. इस राशि की कैलकुलेशन करते समय महंगाई दर और भविष्य के खर्चों को ध्यान में रखें. इसलिए निवेश के लिए ऐसा प्‍लान चुने जिसमें प्रीमियम की छूट का ऑप्‍शन है. इंश्‍योरेंस कम इन्‍वेस्‍टमेंट प्रोडक्‍ट्स की खासियत यह है कि वे प्रीमियम ऑप्‍शन की छूट के साथ आते हैं.

इस ऑप्‍शनमें माता-पिता की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के मामले में, इंश्योरेंस कंपनी भविष्य के प्रीमियम को माफ कर देती है और पॉलिसीधारक की ओर से उन्हें भुगतान करती है, जिससे पॉलिसी हमेशा की तरह जारी रहती है. यानी, किसी अनहोनी की स्थिति में भी आपके बच्चे के भविष्य की सुरक्षा के लिए यह ऑप्‍शन काफी फायदेमंद है. आपके बच्चे को एक मंथली स्‍कॉलरशिप मिलता है जो उसके ट्यूशन और अन्य खर्चों को कवर करता है. जब आपका बच्चा व्‍यस्‍क होता है, तो उसे फंड वैल्‍यू मिल जाएगी. 

इन प्‍लान्‍स पर कर सकते हैं विचार 

यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप)

आप यूलिप में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं जो इन्‍वेस्‍टमेंट कम इंश्‍योरेंस स्‍कीम्‍स हैं. मार्केट कंडिशन को ध्यान में रखते हुए यूलिप के रिटर्न का औसत करीब 12-15% है. इन स्‍कीम्‍स का एक बड़ा लाभ यह है कि वे प्रीमियम ऑप्‍शन की छूट देते हैं, जिसके जरिए माता-पिता की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के मामले में बीमाकर्ता प्रीमियम का भुगतान करना जारी रखता है. 

गारंटीड रिटर्न प्लान

गारंटीड रिटर्न प्लान इन्‍वेस्‍टमेंट कम सेविंग्‍स स्‍कीम्‍स हैं. ये बाजार के जोखिम से बचते हुए एक तय अवधि के बाद गारंटीड रिटर्न का वादा करती हैं.  पारंपरिक गारंटीड रिटर्न प्लान उन ग्राहकों के लिए सबसे बेहतर हैं, जो रिस्‍क नहीं लेना चाहते हैं. वे FD, NSCs और PPF जैसे पारंपरिक स्‍कीम्‍स में निेवश कर सकते हैं. नए जमाने की गारंटीड रिटर्न स्‍कीम्‍स 7 से 7.5% तक की हाई रिटर्न रेट देती हैं, जो महंगाई दर को मात देने में मदद करती हैं. 

साथ ही, बैंक आपको अपना पैसा मैक्सिमम  10 सालों के लिए FD कर सकते हैं. जबकि गारंटीड रिटर्न प्लान आपको अपने पैसे को 45 साल तक के लिए लॉक करने का ऑप्‍शन मिलता है. इसका मतलब कि अगर आप FD में निवेश करते हैं, तो आपको दोबारा निवेश का रिस्‍क उठाना पड़ेगा. FD पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगता है जबकि गारंटीड रिटर्न प्लान पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स नहीं लगता है. गारंटीड रिटर्न प्लान में लाइफ इंश्योरेंस भी शामिल होता है, जो पॉलिसीधारक के निधन पर बेनेफिशियरी को मिलता है. 

चाइल्ड कैपिटल गारंटी सॉल्यूशन

ये यूनिट लिंक्ड और गारंटीड रिटर्न प्लान का एक कॉम्बिनेशन हैं. इन स्‍कीम्‍स में, निवेश की गई राशि का 50-60% गारंटीड रिटर्न हिस्से में जाता है जबकि शेष राशि यूलिप कम्‍पोनेंट में जाती है. पारंपरिक गारंटी कम्‍पोनेंट पर रिटर्न की 100% गारंटी है. आपको यूलिप घटक से मार्केट अपसाइड भी मिलता है. जैसेकि, 10 साल के लिए कैपिटल गारंटी सॉल्यूशन के लिए हर महीने 10,000 रुपये का निवेश करके, आपको पॉलिसी समाप्त होने पर 20 साल बाद मैच्योरिटी राशि के रूप में लगभग 90 लाख रुपये मिलेंगे. इस मैच्योरिटी राशि का 50-60% गारंटीड रिटर्न कंपोनेंट से होने के कारण 100% गारंटीड है.   

इसके अलावा अगर पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो आश्रितों को भुगतान किए गए सालाना प्रीमियम का दस गुना वैल्‍यू की लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी मिलती है. ये स्‍कीम्‍स इनकम टैक्स एक्ट 80 (सी) के अंतर्गत प्रीमियम पर और धारा 10 (डी) के तहत मैच्‍योरिटी रकम पर टैक्स बेनिफिट देती हैं. 

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