Investment Tips: साल 2023 निवेशकों के लिए कठिन रह सकता है. जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी से खास बातचीत में गोल्डीलॉक्स प्रीमियम रिसर्च के फाउंडर गौतम शाह ने कहा कि शेयर बाजार की बात करें तो इस साल इसमें करेक्शन की संभावना ज्यादा है, जबकि तेजी की संभावना कम है. इस समय यूरोपियन बाजार में अच्छी तेजी देखी जा रही है. अन्य एशियाई बाजार का भी प्रदर्शन अच्छा है. अमेरिकी बाजार स्थिर है. हालांकि, बीते दो तीन हफ्तों से भारतीय बाजार में करेक्शन आया है. निफ्टी 18900 के करीब पहुंच कर इस समय 18 हजार के नीचे आ गया है.

'Sell in rally' की रणनीति अपनाने पर जोर

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एक्सपर्ट ने कहा कि 2022 में हमारा फोकस 'Buy on dips' पर था. अब हम 'Sell in rally' को फॉलो कर रहे हैं. निफ्टी के लिए 18300 पर बड़ी रुकावट है. बेस अभी भी 17800 पर बना हुआ है. अगर आने वाले समय में निफ्टी ने 17800 का स्तर तोड़ा तो 5-8 फीसदी तक का बड़ा करेक्शन संभव है. उनका कहना है कि बाजार का लीडर कमजोर दिख रहा है. बैंक निफ्टी कमजोर होना शुरू हो गया है. IT इंडेक्स पर दबाव है. ऐसे में तेजी की संभावना बहुत कम है.

गोल्ड और सिल्वर में निवेश का सुनहरा मौका

गौतम शाह ने कहा कि बाजार को लेकर अभी अनिश्चितता है और आगे भी बनी रहेगी. ऐसे में अगर आप निवेश करने के लिए तैयार हैं तो गोल्ड और सिल्वर में निवेश का सुनहरा मौका है. साल 2023 में सोना और चांदी में नई तेजी संभव है. एक्सपर्ट ने 'Buy on dips' की रणनीति अपनाने की सलाह दी है. हर गिरावट पर इसे टॉप-अप करें. जिस तरह मंदी का खतरा बढ़ रहा है, यह सोना-चांदी के प्रति निवेशकों का आकर्षण बढ़ा रहा है.

8 महीने के उच्चतम स्तर पर सोना

टरनेशनल मार्केट में सोने (Gold international rate) का भाव 8 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. डॉलर इंडेक्स में आ रही गिरावट के कारण सोने की चमक बढ़ रही है. इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड का भाव इस समय 1875 डॉलर प्रति आउंस है. सोमवार को यह कारोबार के दौरान 1880 डॉलर के स्तर को भी पार किया था. डॉलर इंडेक्स 103 के नीचे फिसल गया जो सात महीने के न्यूनतम स्तर है. 

सरकारी कंपनियों पर एक्सपर्ट बुलिश

अगर शेयर बाजार में ही निवेश करना है तो वैल्यु वाले स्टॉक्स में निवेश की सलाह है. एक्सपर्ट का मानना है कि PSU, फार्मा, मेटल्स में वैल्यु स्टॉक्स में निवेश किया जा सकता है. कंज्यूमर गुड्स को लेकर वे बुलिश हैं. बाकी के सभी सेक्टर को लेकर एक्सपर्ट बियरिश हैं. उन्होंने कहा कि अगर भारतीय बाजार में बड़ा करेक्शन आता है तो यह ग्लोबल होगा. दुनिया के अन्य बाजार में भी गिरावट जरूर आएगी.

 

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