अगर आप खुद को भविष्‍य में दौलतमंद देखना चाहते हैं तो इसका सबसे अच्‍छा तरीका है निवेश. जरूरत के समय के लिए बैंक अकाउंट में पड़ा बचत का पैसा आपके भविष्‍य के लिए धन का निर्माण नहीं करता. अगर आपने समय रहते ये बात नहीं समझी तो तेजी से बढ़ रही महंगाई आपकी सारी बचत को कब चट कर जाएगी आप जान भी नहीं पाएंगे. इसलिए अगर अगर दौलतमंद बनने का सपना देखते हैं तो अपनी सेविंग्‍स को लॉन्‍ग टर्म की स्‍कीम्‍स में निवेश करना चाहिए. 

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इसके लिए ऐसी जगहों पर इन्‍वेस्‍टमेंट करना चाहिए जहां कंपाउंडिंग ब्‍याज का फायदा मिले और रिटर्न मंहगाई को मात देने वाला हो. महान साइंटिस्‍ट अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा था कि 'कंपाउंडिंग दुनिया का आठवां अजूबा है. जो लोग इसे समझते हैं, वे इसे कमाते हैं, और जो नहीं समझते हैं, वे चुकाते हैं.' लेकिन निवेश के मामले में आपको कुछ बातों को अच्‍छे से जान लेना चाहिए ताकि कहीं कोई चूक न हो.

20 प्रतिशत निवेश करें

बड़े-बड़े अर्थशास्त्रियों का कहना है कि आपकी जो भी कमाई है, उसका कम से कम 20 प्रतिशत बचाकर हर हाल में निवेश करें. अगर आप 10,000 रुपए कमाते हैं तो 2,000 का निवेश करें. इसके बाद जैसे-जैसे कमाई बढ़े, 20 फीसदी के हिसाब से निवेश की रकम को बढ़ाते रहें. निवेश के इस नियम को समझकर आप जितनी जल्‍दी इन्‍वेस्‍टमेंट शुरू करेंगे, भविष्‍य के लिए उतना ज्‍यादा पैसा जोड़ लेंगे.

पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करें

इन्‍वेस्‍टमेंट करने के लिए अपना पैसा किसी एक स्‍कीम में ही न लगाएं. समय के हिसाब से आप अपने फाइनेंशियल पोर्टफोलियो में कई तरह की स्‍कीम्‍स को शामिल करें. अपनी जरूरत को देखते हुए शॉर्ट टर्म और लॉन्‍ग टर्म निवेश की स्‍कीम्‍स का चुनाव करें और फिर इन्‍वेस्‍टमेंट करें. आप चाहें तो इस मामले में एक्‍सपर्ट की सलाह भी ले सकते हैं.

जोखिम उतना ही लें, जितना उठा सकें

वॉरेन बफे ने कहा है कि आपको उतना ही जोखिम लेना चाहिए, जितना आप आसानी से उठा सकें. इसलिए दूसरों को देखकर कोई काम न करें. ऐसे में आप मुश्किल में पड़ सकते हैं. अपनी आमदनी के हिसाब से बचत करें और अपने गोल्‍स के हिसाब से अलग-अलग स्‍कीम्‍स में निवेश करें. ध्‍यान रखिए लॉन्‍ग टर्म निवेश के लिए बहुत अग्रेसिव निवेशक बनना जरूरी नहीं, बल्कि अनुशासित निवेश जरूरी है. 

इमरजेंसी फंड और इंश्‍योरेंस को जरूर शामिल करें

इमरजेंसी फंड और इंश्‍योरेंस को फिजूल न समझें. इमरजेंसी फंड आपकी छह महीने की सैलरी के बराबर होना चाहिए. अगर आप पहले से इमरजेंसी फंड अपने पास रखेंगे तो मुश्किल वक्‍त में आपको अपने भविष्‍य के लिए तैयार किए जा रहे फंड को इस्‍तेमाल नहीं करना होगा. इसके अलावा हेल्‍थ इंश्‍योरेंस, लाइफ इंश्‍योरेंस जैसी स्‍कीम आपको और परिवार को सुरक्षा कवच देंगी.