आपने अक्सर लोगों को ये कहते सुना होगा कि जितनी जल्दी निवेश शुरू करोगे, उतना ही ज्यादा रिटर्न मिलेगा. जब 22-23 साल की उम्र में किसी की नौकरी लगती है, तो उसे सबसे पहले यही सलाह दी जाती है कि तुरंत निवेश शुरू कर दो, भले ही वह छोटा सा क्यों ना हो. ये बात बिल्कुल सही है कि जितनी जल्दी निवेश शुरू करेंगे, कंपाउंडिंग की वजह से आपको उतना ही ज्यादा रिटर्न मिलेगा. लेकिन यह सिर्फ उन लोगों के लिए अच्छा है, जो बड़ा अमाउंट निवेश कर पा रहे हैं. मामूली निवेश करने वाले लोग अगर ये सोचेंगे, तो तगड़ा रिटर्न नहीं कमा पाएंगे. ऐसे में अगर जॉब के तुरंत बाद निवेश के चक्कर में ना पड़कर आप 5 साल स्किल्स बढ़ाएंगे, तो ज्यादा पैसा कमा सकेंगे. लोग भी आपसे पूछेंगे कि आखिर पैसे पेड़ पर उग रहे हैं क्या?

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मान लीजिए कि 22-23 साल की उम्र में करीब 25 हजार रुपये की सैलरी वाली आपकी नौकरी लग जाती है. अब इसमें से अगर आप हर महीने कम से कम 10-15 हजार रुपये निवेश कर पाएं, तब तो आपको कंपाउंडिंग का फायदा समझ आएगा, वरना आपका निवेश करना आपको फायदा नहीं देगा. दिल्ली-एनसीआर जैसे शहरों में 20-25 हजार रुपये तक को एक आदमी का घर का किराया, खाना-पीना, ऑफिस आना जाना और कपड़े आदि में ही खर्च हो जाता है. यानी इतनी कम सैलरी से अगर आप बचा भी सके तो मुश्किल से 1-2 हजार रुपये ही हर महीने निवेश कर पाएंगे. वहीं अगर अपने खर्चों को बहुत ज्यादा कम भी कर दिया तो भी 5 हजार रुपये से ज्यादा बचा पाना काफी मुश्किल है. 

ये भी पढ़ें- CIBIL Score पर RBI के 6 नियम, हर एक से होगा फायदा, बस आप भूलकर भी ये एक गलती मत कर देना

5 साल में मिलेगा कितना रिटर्न?

अगर आप हर महीने 5 हजार रुपये निवेश करते हैं और साल दर साल उसे 10 फीसदी की दर से बढ़ाते हैं तो 5 साल में आप 4,67,755 रुपये का कॉर्पस बना लेंगे. इसमें आपका कुल निवेश होगा ₹3,66,306 और उस पर आपको ₹1,01,449 का ब्याज मिलेगा. यह भी तब होगा तब आपको 10 फीसदी की दर से रिटर्न मिलेगा, जबकि तमाम बैंकों में एफडजी रेट 7-8 फीसदी से अधिक नहीं हैं. अगर आप इसी दर से 10 सालों तक निवेश करते हैं तो आपके पास ₹15,22,926 का कॉर्पस जमा हो जाएगा.

ये भी पढ़ें- Cibil Score खराब है? Loan तो बिल्कुल नहीं मिलेगा! उल्टा आपको ये 4 बड़े नुकसान भी झेलने होंगे

तो क्या करें करियर के शुरुआती 5 सालों में?

करियर के शुरुआती 5 सालों में आपको पैसे निवेश करने के बजाय उन्हें खुद पर इन्वेस्ट करना चाहिए. जो पैसे बचाकर आप निवेश करने की सोच रहे थे, उन पैसों को बचाकर कोई नई स्किल सीखें. इस बात की हर संभव कोशिश करें कि कैसे आप अपनी सैलरी को 4-5 गुना या उससे भी ज्यादा कर सकते हैं. आपको सिर्फ नई स्किल सीखने पर ही फोकस नहीं करना चाहिए, बल्कि घूमने-फिरने पर भी पैसे खर्च करने चाहिए. स्टार्टअप्स के इस दौर में आपको अक्सर देखने को मिलता होगा कि लोगों को कोई समस्या दिखी और उन्होंने उसका समाधान निकालते हुए स्टार्टअप शुरू कर दिया. तो शुरू के कुछ साल पैसे किसी स्कीम में लगाने के बजाय, खुद पर लगाएं और अपनी वैल्यू बढ़ाएं.

ये भी पढ़ें- इन 11 सरकारी बैंकों में मिल रहा सस्ता Home Loan, जानिए कौन ले रहा कितना ब्याज

जमा हो जाएंगे 1.5 करोड़ रुपये

मान लीजिए कि आप 5 सालों तक अपने निवेश किए जाने वाले पैसों से कुछ स्किल सीखते हैं और उसके दम पर अपनी सैलरी 3-4 गुना तक बढ़ाने में कामयाब हो जाते हैं, जो बड़ी बात नहीं है. ऐसे में पहले आपकी जो सैलरी 25 हजार रुपये थी, अब वह 4 गुना तक बढ़कर 1 लाख रुपये हो सकती है. अब अगर 5 साल बाद आपके खर्चे 20 हजार रुपये महीने से बढ़कर 50 हजार रुपये महीना भी हो जाते हैं, तो भी आपके पास करीब 50 हजार रुपये बचेंगे. इस तरह अगर आप अगले 5 साल 50 हजार रुपये हर महीने 10 फीसदी बढ़ाते हुए निवेश करते हैं तो आपके पास करीब 1.52 करोड़ रुपये तक जमा हो सकते हैं. 

ये भी पढ़ें- CIBIL Score कैसे होता है कैलकुलेट? ये जान लिया तो Loan लेने में नहीं होगी दिक्कत, देखी जाती हैं 5 चीजें

अब एक बार करिए तुलना

अगर आप करियर शुरू होने के बाद से ही 5 हजार रुपये हर महीने निवेश करते जाते और हर साल उसे 10 फीसदी बढ़ाते जाते तो आपके पास 10 साल में करीब 15 लाख रुपये का कॉर्पस जमा हो रहा था. बशर्ते आपको हर साल 10 फीसदी का औसतन रिटर्न मिलता. वहीं दूसरी ओर, अगर आप 5 साल खुद पर निवेश कर के अपनी सैलरी 4 गुना कर के निवेश शुरू करते हैं तो महज 5 साल में ही अपने कॉर्पस को 1.5 करोड़ रुपये तक का बना सकते हैं, यानी 10 गुना ज्यादा. तो करियर के शुरुआती दौर में भविष्य के लिए निवेश ना करें, अपने ऊपर निवेश करें, ताकि खुद के भविष्य को बेहतर बना सकें. 

ये भी पढ़ें- CIBIL पर RBI ने बनाया नया नियम, Loan लेने से पहले जरूर जान लें, वरना काटने पड़ सकते हैं बैंकों के चक्कर!