Instant Loan Apps in India: ऑनलाइन लोन ऐप्स किसी के लिए कितना बड़ा सिर दर्द बन सकते हैं, इसका बड़ा प्रूफ यही है कि केंद्रीय रिजर्व बैंक ने पिछले कुछ टाइम में कई ऐप्स को बैन किया है. और अब तो एक ताजे अपडेट में गूगल ने भी प्लेस्टोर पर मौजूद लोन ऐप्स के लिए अपनी डेवलपर पॉलिसी में बदलाव किया है. लोन ऐप्स ग्राहकों के लिए कर्ज का जंजाल भी बन जाते हैं. वहीं कई मामलों में ग्राहकों के निजी डेटा का मिसयूज होते हुए भी देखा गया है, ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि आप इंस्टैंट लोन ऐप के लिए अप्लाई करते वक्त संदिग्ध लोन ऐप्स के चक्कर में न पड़ें.

लेकिन लोन की जरूरत पड़े तो क्या करें?

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देखिए, ये सही है कि आपको जब अचानक मोटी रकम की जरूरत पड़ जाए तो आपको समझ नहीं आता क्या करें. जरूरी नहीं है कि उस टाइम बैंक की ओर से भी लोन अप्रूव हो जाए. ऐसे में आपको इंस्टैंट लोन के लिए इंस्टैंट लोन ऐप्स नजर आते हैं. लेकिन फिर भी ऐसे ऐप्स के चक्कर में पड़कर पछताने से बेहतर है थोड़ी छानबीन कर ली जाए या थोड़ा इंतजार कर लिया जाए.

इंस्टैंट लोन ऐप्स से लोन लेने के पहले क्या करें?

इंस्टैंट लोन लेने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन आपको कुछ टिप्स जरूर अपनाने चाहिए, ताकि आप सही ऐप चुन सकें.  

1. पर्सनल डेटा सुरक्षित रखें

सबसे पहले तो आपको ये देखना चाहिए कि आप जिस ऐप के साथ साइन अप कर रहे हैं वो आपसे पर्सनल डेटा का एक्सेस न मांग रहा हो. बहुत सारे ऐप्स आपको एक्सेस इसी शर्त पर देते हैं तो उन्हें आपके पर्सनल डेटा का एक्सेस मिले. आप ऐसे टर्म्स एंड कंडीशंस पर बिल्कुल भी हामी न भरें, जिससे आपका डेटा चोरी हो रहा है.

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गूगल ने इसीलिए किया है अपनी पॉलिसी में बदलाव

ज़ी बिजनेस के स्टिंग ऑपरेशन हफ्ता वसूली में लोन ऐप्स की ओर से ग्राहकों की निजी जानकारी के दुरुपयोग के मुद्दे को उठाया गया था. अब गूगल ने अपनी डेवलपर पॉलिसी में बड़ा बदलाव किया है. नई गाइडलाइंस जारी की गई हैं, जिसके तहत पर्सनल लोन ऐप्स का फोन एक्सेस लिमिटेड कर दिया गया है. अब इन ऐप्स के पास आपके फोन के एक्सटर्नल स्टोरेज, मीडिया इमेज, कॉन्टैक्ट्स, लोकेशन, फोन नंबर/कॉल लॉग, वीडियो वगैरह का एक्सेस खत्म हो जाएगा. गूगल ने अपने नए दिशा-निर्देशों में कहा है कि अब ऑनलाइन लोन देने वाले ऐप्स को गूगल के साथ RBI लेंडिंग लाइसेंस साझा करना होगा. साथ ही ऐप डिस्क्रिप्शन में रजिस्टर्ड बैंक/NBFC की जानकारी देनी होगी. सिर्फ लेंडिंग प्लैटफॉर्म ऐप होने पर ऐप डिस्क्रिप्शन में जानकारी देनी होगी. डिस्क्रिप्शन में ये भी बताना होगा कि अगर ये बस एक्सचेंज प्लेटफॉर्म है, और ग्राहक किसी और प्लेटफॉर्म से लोन ले रहे हैं, तो उसे भी हाइलाइट करना होगा.

2. रजिस्टर्ड होना चाहिए ऐप

आरबीआई वैसे ही लोन ऐप्स को मान्यता देता है, जिनकी फिनटेक कंपनी को आरबीआई से रजिस्ट्रेशन मिला हुआ हो. आरबीआई से रजिस्ट्रेशन लेना इन कंपनियों के लिए जरूरी है. अगर इनके पास रजिस्ट्रेशन नहीं है, तो समझ लीजिए यहां आप लोन लेकर फंस सकते हैं.

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3. पहले अपनी जरूरत समझ लें

अगर आप पहली बार लोन लेने जा रहे हैं तो आपको पहले अपनी जरूरत समझनी चाहिए कि आपको असल में कितने पैसों की जरूरत है क्योंकि ये ऐप्स कुछ ज्यादा ही ब्याज पर उधार देते हैं. ऐसे में आप लोन ले लेते हैं और आपके ऊपर कर्ज का पहाड़ तैयार हो जाता है.

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