Budget 2023 की तैयारी जोर-शोर से चल रही है.  इंडस्ट्री बॉडी एसोचैम (ASSOCHAM) ने सरकार से मांग की है कि वह अगले बजट में इनकम टैक्स में छूट की सीमा बढ़ाकर दोगुनी कर दे. एसोचैम ने कहा कि अगर टैक्स में छूट की लिमिट को वर्तमान के 2.5 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिया जाता तो मांग में तेजी आएगी. इससे इकोनॉमी को सपोर्ट मिलेगा. वर्तमान में 2.5 लाख तक की इनकम पर टैक्स नहीं लगता है. सीनियर सिटीजन के लिए यह लिमिट 3 लाख रुपए और सुपर सीनियर सिटीजन यानी 80 वर्ष से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों के लिए यह लिमिट 5 लाख रुपए है.

कंपनियां अब कैपेसिटी बढ़ाने पर जोर दे रही हैं

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एसोचैम के अध्यक्ष सुमंत सिन्हा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि स्टील और सीमेंट जैसे क्षेत्रों की कंपनियां अब क्षमता बढ़ाने की योजना बनाने लगी हैं. उन्होंने जोखिमों के बारे में बात करते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर मंदी आ सकती है और इससे विदेश व्यापार प्रभावित होगा. ऐसे में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (India GDP) भी प्रभावित हो सकता है.

कंज्यूमर के हाथ में खर्च के लिए पैसे देना जरूरी

एसोचैम ने बजट पूर्व की अपनी सिफारिशों में कहा कि सरकार को आयकर छूट की सीमा को बढ़ाकर कम से कम पांच लाख रुपये करना चाहिए, ताकि उपभोक्ताओं के हाथों में अधिक खर्च करने योग्य आय बची रहे. उद्योग निकाय ने कहा कि इससे अर्थव्यवस्था में खपत को बढ़ावा मिले. 

टैक्स कलेक्शन में सुधार से छूट की गुंजाइश

सिन्हा ने कहा कि डायरेक्ट और इन-डायरेक्ट, दोनों तरह के करों में उछाल से सरकार के पास आयकर छूट की सीमा बढ़ाने की पर्याप्त गुंजाइश है. एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा, ‘‘उपभोक्ताओं के हाथों में अधिक पैसा छोड़ने से खपत को बढ़ावा मिलेगा, जिसका सकारात्मक असर आर्थिक वृद्धि पर होगा.’’

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(भाषा इनपुट के साथ)