शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है. कोविड-19 के दौरान डीमैट अकाउंट के रजिस्ट्रेशन में बड़ी तेजी आई थी. वहीं, पिछले कुछ सालों में रिटेल निवेशकों की संख्या भी काफी बढ़ी है. हालांकि, ऐसा भी होता है कि बहुत से डीमैट अकाउंट डॉरमेंट पड़े रहते हैं या फिर इनएक्टिव हो जाते हैं. अगर आपके पास भी ऐसा डीमैट अकाउंट है जिसे आप काफी वक्त से यूज नहीं कर रहे हैं और न करने वाले हैं तो सलाह है कि आप इसे जल्द से जल्द क्लोज कर लें. डीमैट अकाउंट पर आपको एनुअल फीस और मेंटेनेंस चार्ज देना होता है. इसमें समझदारी है कि आप अपने इनएक्टिव या जीरो बैलेंस डीमैट अकाउंट को बंद कर दें. 

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डीमैट अकाउंट को क्लोज करने का प्रोसेस ऑफलाइन ही होता है. हां, आपके पास यह सुविधा होती है कि आप ऑनलाइन फॉर्म वगैरह भर लें लेकिन आपको प्रोसेस पूरा ऑफलाइन ही करना होगा.

हम यहां तरीका बता रहे हैं-

- इसके लिए आपको या तो NSDL के DP (डिपॉजिट पार्टिसिपेंट) ऑफिस या ब्रांच पर जाना होगा, जहां आपको जरूरी फॉर्म और डॉक्यूमेंट्स सबमिट करने होंगे.

- अकाउंटहोल्डर डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट की वेबसाइट से ऐप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड कर सकता है. आप ऑनलाइन फॉर्म भरकर प्रिंट भी ले सकते हैं.

देनी होंगी ये डिटेल्स-

- आपको अपनी DP ID और क्लाइंट ID देनी होगी.

- नाम और एड्रेस जैसी डिटेल को मेंशन करना होगा. रिकॉर्ड में जो डिटेल है, वही देना होगा. 

- आपको अकाउंट क्लोज करने का कारण भी बताना होगा. 

- उस अकाउंट के सभी होल्डर्स को क्लोजर रिक्वेस्ट फॉर्म पर साइन करना होगा.

- अब अगर आपके अकाउंट में कोई बैलेंस है, तो उसे ट्रांसफर करना होगा. आपको फॉर्म ये भी बताना होगा कि ये बैलेंस किस अकाउंट में ट्रांसफर किया जाए. ट्रांसफर एक डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप फाइल करके भी करवाया जा सकता है.

फॉर्म जमा होने के सात से 10 दिनों के भीतर अकाउंट क्लोज हो जाता है. डीमैट अकाउंट क्लोज कराने पर कोई चार्ज नहीं लगता है. अगर अकाउंट का बैलेंस निगेटिव में है तो आपको वो अमाउंट भी क्लोजर से पहले सेटल कराना होगा.