अमीर या यूं कहें करोड़पति (Crorepati) बनना का सपना शायद ज्यादातर लोगों का होता है. लेकिन, करोड़पति बनने के लिए कुछ नियमों का सख्ती से पालन करना होता है. इकोनॉमिक्स (Economics) में नोबल पुरस्कार विजेता (Nobel prize winner)का मानना है कि अमीर बनने की सबसे पहली सीढ़ी बचत होती है. अमीर बनने के लिए सही दिशा में कदम बढ़ाना जरूरी है. सही समय पर ये कदम उठाने होंगे. ज्यादा बचत और संपत्ति बनाने का आपस में सीधा संबंध है. अमीर बनने के 4 मंत्र को ध्यान में रखना होगा. 

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व्यावहारिक अर्थशास्त्र (Behavioural economics) के पिता कहे जाने वाले रिचर्ड थेलर (Richard H. Thaler) को 2017 में नोबल पुरस्कार मिला था. व्यावहारिक अर्थशास्त्र में उनके योगदान के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया गया था. रिचर्ड थेलर का मानना है कि अमीर बनना को कोई बहुत बड़ा काम नहीं है. लेकिन, इसके लिए एकाग्रता और सकारात्मकता बहुत जरूरी है. सही दिशा में बढ़ाना जरूरी है. बचत और खर्च का तालमेल बहुत जरूरी है. 

1. पहला मंत्र: ज्यादा बचाएं

रिचर्ड थेलर के मुताबिक, अगर आपको ज्यादा बचत करनी है तो इसकी शुरुआत जल्दी करनी होगी. अगर किसी ने 25 साल की उम्र से शुरुआत कर दी तो सिर्फ एक लाख रुपए सालाना का निवेश उसे 60 साल की उम्र में पांच करोड़ रुपए का मालिक बना देगा. 12% सालाना रिटर्न का अनुमान लगाया गया है. अगर निवेश शुरू करने में 10 साल की देर हो जाए तो इतनी ही संपत्ति जुटाने के लिए सालाना निवेश 3.5 लाख रुपए करना होगा. अगर आप 45 साल की उम्र में बचत शुरू करें तो अगले 15 साल में पांच करोड़ जुटाने के लिए आपको सालाना 12 लाख रुपए का निवेश करना होगा.

खर्च में समझदारी: क्रेडिट या डेबिट कार्ड का बहुत ज्यादा इस्तेमाल न करें. बोनस मिले तो इसे भी एक सैलरी की तरह मानकर खर्च और बचत करें.

2. दूसरा मंत्र: बचत को लगातार बढ़ाएं

थेलर का मानना है कि अपनी बचत को निरंतर बढ़ाते रहें. ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि, सालाना बचत की रकम बढ़ाते रहने से आप अपने वित्तीय लक्ष्य को जल्द हासिल कर सकते हैं. इसकी मदद से आप बड़े लक्ष्य को भी आसानी से हासिल कर पाएंगे. अगर बचत को नहीं बढ़ाएंगे तो महंगाई के अनुपात में बचत में उतनी बढ़ोतरी नहीं होगी.

क्या मदद मिलेगी: SIP में स्टेप-अप आपकी जरूरत के हिसाब से होती है. जरूरी नहीं कि हर साल में रकम में 10% बढ़ाया जाए. चाहें तो पांच फीसदी भी बचत को बढ़ा सकते हैं.

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3. तीसरा मंत्र: समझदारी से निवेश करें

थेलर के मुताबिक, बचत को सही जगह पर निवेश करेंगे तो बेहतरीन रिटर्न मिलने की उम्मीद ज्यादा होगी. नुकसान के डर से बाहर निकलना होगा. अपने पोर्टफोलियो को बहुत सामान्य रखें. बहुत ज्यादा प्रोडक्ट्स शामिल करके अपने पोर्टफोलियो को कॉम्प्लेक्स नहीं बनाएं. ज्यादा रिटर्न की उम्मीद लगाना सही नहीं है. निवेशक ऐतिहासिक रिटर्न को देखते हुए ही ज्यादा फायदे की उम्मीद लगाते हैं. निवेश के अनुशासन को बनाए रखना जरूरी है. लंबी अवधि के सिप शुरू करें. नियमित अंतराल पर पोर्टफोलियो की समीक्षा करें.

4. चौथा मंत्र: दूसरी जगह न करें फंड का इस्तेमाल

अपने निवेश को लक्ष्य से लिंक करना बेहद जरूरी है. किसी एक लक्ष्य के लिए किए जा रहे निवेश को दूसरा काम इस्तेमाल नहीं करें. इससे आपको फंड समय से पहले निकालने की जरूरत पड़ेगी और निवेश सही तरीके से नहीं बढ़ पाएगा.

इमरजेंसी फंड: निवेश को सुरक्षित बनाने के एक तरीका इमरजेंसी फंड बनाना भी है. इमरजेंसी फंड आपको आकस्मिक मदद देगा. ऐसे में किसी खास लक्ष्य के लिए आपका निवेश अपना काम जारी रखेगा.

लॉक इन वाले निवेश में लगाएं पैसे: निवेश को सुरक्षित रखने का एक तरीका यह भी है कि आप उसे लॉक इन वाले विकल्पों में लगाएं. एक तो इनमें समय से पहले निवेश भुनाने की सुविधा नहीं होती और अगर किसी वजह से हो भी तो काफी नुकसान उठाना पड़ता है.