HOME लोन ट्रांसफर कराने पर आपको हो सकता है बड़ा फायदा, ब्याज पर बचेंगे लाखों रुपए
कई बार दंपति बिना पड़ताल के होम लोन ले लेते हैं और बाद में जब उन्हें ठगे जाने का पता चलता है तो पछतावा होता है. परेशान न हों, इससे निकलने का अच्छा उपाय है.
अनामिका व उनके पति जयंत ने एक NBFC (नॉन बैंकिंग फाइनेंस कॉरपोरशन) से 2016 में 27 लाख रुपए का कम्पोजिट होम लोन (प्लॉट पर्चेज+कंस्ट्रक्शन) लिया था. उनकी मंथली ईएमआई (EMI) 26 हजार रुपए महीना है. ढाई साल में वह करीब 9 लाख रुपए किस्त (प्रिंसिपल + ब्याज) अदा कर चुके हैं. उन्हें हैरानी तब हुई जब उन्होंने 1 दिन अपना लोन ट्रैक रिकॉर्ड देखा. पता चला कि 9 लाख रुपए भरने के बाद उनके प्रिंसिपल में से मात्र 60 हजार रुपए कम हुए हैं. यानि बाकी पैसा इंट्रेस्ट में चला गया. अब दंपति ने इसका रास्ता निकाने का फैसला किया. इसमें किसी बैंकर ने उन्हें बैंक लोन ट्रांसफर कराने की सलाह दी. एक बैंक एक्जीक्यूटिव ने उन्हें बताया कि अगर वह उसके बैंक में लोन ट्रांसफर करा लेते हैं तो इससे उनके ब्याज के लाखों रुपए बच सकते हैं. यह सुनकर दंपति इलम हुआ कि बिना पड़ताल के होम लेन लेकर उन्होंने बड़ी गलती की. बहरहाल, उन्होंने अपना लोन ट्रांसफर कराने की कार्रवाई शुरू कर दी है.
कितने टर्म के लिए लिया था लोन
उन्होंने फरवरी 2016 में एनबीएफसी से करीब 27 लाख रुपए का कम्पोजिट होम लोन लिया था. यह करीब 28 साल की अवधि के लिए था. ब्याज 10.99% तय हुआ था, जो फिक्स्ड रेड पर था. इस आधार पर उनकी किस्त करीब 26 हजार रुपए बनी. उन्होंने एनबीएफसी से लोन ट्रैक रिकॉर्ड मांगा तो पता चला कि 2.5 साल में उनके द्वारा चुकाई गई किस्त का अधिकतम भाग इंट्रेस्ट में गया. यानि अगर वह इसी एनबीएफसी के साथ लोन जारी रखते हैं तो 28 साल में उन्हें बैंक को सिर्फ ब्याज के रूप में करीब 60 लाख रुपए चुकाने होंगे.
NBFC से लोन लेने पर थी इतनी EMI
लोन ट्रांसफर से क्या होगा फायदा
लोन ट्रांसफर के बाद उन्हें एक राष्ट्रीयकृत बैंक से 8.85 प्रतिशत ब्याज पर किस्त देनी होगी. किस्त की राशि में ज्यादा बदलाव नहीं है लेकिन लोन का टेन्योर करीब 11 साल कम हो गया है, जो सबसे बड़े लाभ का विषय है.
बैंक में लोन ट्रांसफर का यह होगा फायदा (फोटो : emicalculator.net)
कितना होगा फायदा
एनबीएफसी से लोन जारी रखने पर 28 साल में उन्हें करीब 60,15,800 सिर्फ ब्याज के रूप में चुकाने होंगे. वहीं लोन ट्रांसफर कराने पर न सिर्फ उनका लोन टेन्योर 11 साल कम होकर 17 साल हो जाएगा बल्कि ब्याज के रूप में सिर्फ 25,30,402 रुपए भरने होंगे. इस तरह उनके करीब 35 लाख रुपए बचेंगे.