लोन (Loan) की जरूरत तो हर किसी को पड़ती ही है. ऐसे में जब भी कोई लोन लेने जाता है तो सबसे पहले उसकी कोशिश ये रहती है कि ब्याज (Interest Rate) कम से कम लगे. हालांकि, अगर आपको कम ब्याज दर पर लोन चाहिए तो इसकी तैयारी आपको काफी पहले से ही करनी होगी. आइए जानते हैं कम ब्याज दर पर पर्सनल लोन (Personal Loan) पाने की कुछ शानदार टिप्स, जो आपके लिए बड़ी काम की साबित होंगी. मुमिकन है कि आप बेहद सस्ती दर पर लोन पा सकें.

1- अच्छा क्रेडिट स्कोर

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अगर आपको सस्ती दर पर लोन चाहिए तो सबसे ज्यादा जरूरी ये है कि आप अच्छा क्रेडिट स्कोर मेंटेन करें. आपका क्रेडिट स्कोर जितना अच्छा होगा, आपको उतनी ही बेहतर दर पर लोन मिल सकता है. अच्छे क्रेडिट स्कोर का मतलब है कि आप अपने बिल समय से चुकात हैं और कोई डिफॉल्ट नहीं करते हैं. ऐसे में बैंक को भी भरोसा होता है कि आप उनके पैसे चुका देंगे.

2- कई बैंकों की करें तुलना

अगर कोई छोटा-मोटा लोन चाहिए तो आप बिना तुलना किए भी ले सकते हैं, क्योंकि उसमें काफी समय लगता है. लेकिन अगर आप थोड़ा बड़ा लोन ले रहे हैं तो आपको पहले कुछ बैंकों की तुलना कर लेनी चाहिए. तुलना करते वक्त सिर्फ ब्याज दर ना देखें, बल्कि दूसरे हिडन चार्ज भी देखें. इस बात का ध्यान रखें कि बैंक कितनी प्रोसेसिंग फीस ले रहा है, ब्याज दर फिक्स है या रिड्यूसिंग बैंलेंस पर है या कोई दूसरा चार्ज तो नहीं लग रहा है. 

3- बैंकों के साथ करें नेगोशिएशन

जब आप तमाम बैंकों से लोन की तुलना कर रहे हों, उस वक्त ब्याज दर को लेकर बैंकों से नेगोशिएट कर सकते हैं. बैंक से मोलभाव करते वक्त बिल्कुल ना हिचकें. मुमकिन है कि नेगोशिएट कर के आपको एक बेहतर दर पर लोन मिल जाए.

4- सही लोन चुनें

अगर आप पर्सनल लोन ले रहे हैं तो आपको इस बात को लेकर सचेत रहना होगा कि आप सही टाइप का लोन ही लें. सिक्योर्ड लोन के तहत ब्याज दरें अनसिक्योर्ड से कम रहती हैं. यानी अगर मुमकिन हो तो आप सिक्योर्ड लोन ही लें, ताकि आपको कम ब्याज दर पर लोन मिल सके. बता दें कि सिक्योर्ड लोन आप अपनी एफडी पर, म्यूचुअल फंड पर या किसी दूसरे निवेश के तहत ले सकते हैं.

5- लोन की अवधि का रखें ध्यान

अक्सर जब आप बैंक से लोन लेते हैं तो आप देखेंगे कि अधिक दिन के लिए ईएमआई बनवाने पर आपको कम ब्याज दर की पेशकश की जाती है. यहां आपको एक बात ये समझनी है कि कम ब्याज दर का मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि आप कम ब्याज चुका रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि आप अधिक दिनों तक कम दर से ब्याज चुकाते हैं, ना कि कम ब्याज चुकाते हैं. तो कोशिश करें कि लोन की अवधि आपकी अफॉर्डेबिलिटी के हिसाब से कम ही रहे, ताकि लोन वापस चुकाना आसान भी हो और आपकी जेब से अतिरिक्त पैसे भी ना जाएं.