Health Insurance अब नहीं महंगा होगा. क्‍योंकि इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI ने पॉलिसी होल्डर्स को कुछ राहत देते हुए सर्कुलर जारी किया है. इसके मुताबिक इंश्योरेंस कंपनियां अपनी मौजूदा पॉलिसी में बदलाव या नए बेनिफिट जोड़ने का हवाला देकर प्रीमियम में बढ़ोतरी नहीं कर सकती हैं. कंपनियों को नए बेनिफिट पॉलिसी होल्डर्स को एड ऑन के रूप में ही देने होंगे. जी बिजनेस चैनल ने मंगलवार सुबह खबर दी थी कि हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम में आने वाले दिनों में बढ़ोतरी हो सकती है. इस खबर का असर दिखा और शाम तक IRDAI का आदेश आ गया.

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पॉलिसी होल्डर्स को मिलेगी राहत

- मौजूदा हेल्थ प्लान में नए बेनिफिट जोड़कर प्रीमियम नहीं बढ़ेगा- IRDAI

- मोजूदा पॉलिसी में बदलाव के जरिए पॉलिसी होल्डर को प्रीमियम बढ़ोतरी से राहत

- मौजूदा पॉलिसी में बदलाव कर कंपनियां प्रीमियम में बढ़ोतरी करती हैं

- पॉलिसी होल्डर्स के हितों की रक्षा के लिए  IRDAI ने सर्कुलर जारी किया

- बेनिफिट में बदलाव या नए बेनिफिट को एड ऑन कवर के तौर पर दे सकते है - IRDAI

- नए बेनिफिट जोड़कर कंपनियां प्रीमियम नहीं बढ़ा पाएंगी

- एड ऑन कवर को पॉलिसी होल्डर जरूरत के मुताबिक ले सकता है

- नए और पुराने पॉलिसी होल्डर्स को राहत मिलेगी

जी बिजनेस ने खबर दी थी कि आने वाले दिनों में प्रीमियम 10 प्रतिशत तक बढ़ सकता है. प्रीमियम बढ़ने की खास वजह कोविड-19 क्लेम थे. हेल्थ इंश्योरेंस और जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के पास 14000 करोड़ रुपये से ज्यादा के क्लेम आ गए हैं. दूसरी वजह एक्सक्लूजन से जुड़ी है. जो चीजें पहले एक्सक्लूजन में थीं, कंपनियों को पॉलिसी में उसका कवर भी देना पड़ेगा. तीसरी वजह है मेडिकम इन्फ्लेशन. मेडिकल के क्षेत्र में लागत 18-20 प्रतिशत बढ़ा है. इन वजहों से कंपनियों पर भार बढ़ा है. ऐसे में प्रीमियम बढ़ने से कंपनियों को राहत मिलेगी.

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