ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को नोटिस भेजने के चलते बढ़ा GST कलेक्शन? CBIC चेयरमैन ने कही ये बात
संजय अग्रवाल ने कहा कि अक्टूबर में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह में वृद्धि आर्थिक गतिविधियों की वजह से है, न कि ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को कारण बताओ नोटिस के कारण.
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के चेयरमैन संजय अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि अक्टूबर में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह में वृद्धि आर्थिक गतिविधियों की वजह से है, न कि ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को कारण बताओ नोटिस के कारण. पिछले महीने जीएसटी संग्रह में अबतक की दूसरी सबसे अधिक वृद्धि हुई है. माल एवं सेवा कर राजस्व अक्टूबर में 13.4 प्रतिशत बढ़कर 1.72 लाख करोड़ रुपये रहा है.
दूसरा सबसे ऊंचा जीएसटी संग्रह
नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था एक जुलाई, 2017 को लागू होने के बाद से यह दूसरा सबसे ऊंचा जीएसटी संग्रह का आंकड़ा है. इससे पहले जीएसटी संग्रह अप्रैल में सबसे अधिक 1.87 लाख करोड़ रुपये था. अग्रवाल ने कारोबार सुगमता पर डीपीआईआई-सीआईआई राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान संवाददाताओं से अलग से बातचीत में कहा, ‘‘अक्टूबर में जीएसटी संग्रह में वृद्धि आर्थिक गतिविधियों के कारण हुई, न कि ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को भेजे गए नोटिस के कारण. जो वृद्धि हुई है, देश में हुई आर्थिक गतिविधियों के कारण है.’’
ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को लगातार भेजे जा रहे हैं नोटिस
सीबीआईसी वित्त वर्ष 2017-18 में कर के कम भुगतान के लिये कंपनियों को नोटिस जारी कर रहा है. उस वित्त वर्ष के लिये नोटिस भेजने की अंतिम तारीख 30 सितंबर, 2023 थी. अग्रवाल ने कहा कि अक्टूबर का जीएसटी संग्रह न केवल घरेलू जीएसटी आपूर्ति के कारण बल्कि आयात पर आईजीएसटी (एकीकृत जीएसटी) के कारण भी था. उन्होंने कहा, ‘‘पिछले महीनों की तुलना में आयात बेहतर था.’’ पिछले महीनों की तुलना में आयात बेहतर होने का कारण, संभवत: कंपनियों का अपना भंडार फिर से भरना या फिर त्योहारों के दौरान मांग अधिक होने की उम्मीद है. सीबीआईसी ने सितंबर में कथित कर चोरी को लेकर ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों और कसीनो परिचालकों को लगभग एक लाख करोड़ रुपये के नोटिस जारी किये.