GST Return: सरकार ने मणिपुर के कारोबारियों को दी बड़ी राहत, अब इस तारीख तक भर सकेंगे जीएसटी रिटर्न
GST Return: CBIC ने हिंसाग्रस्त मणिपुर के व्यापारियों के लिए अप्रैल का गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) रिटर्न भरने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 31 मई कर दी है. पूर्वोत्तर राज्य में पिछले कुछ दिनों से जातीय हिंसा चल रही है.
GST Return: केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने हिंसाग्रस्त मणिपुर के व्यापारियों के लिए अप्रैल का गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) रिटर्न भरने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 31 मई कर दी है. पूर्वोत्तर राज्य में पिछले कुछ दिनों से जातीय हिंसा चल रही है.
31 मई तक टैक्स भरने का मौका
सीबीआईसी ने तीन केंद्रीय कर अधिसूचनाएं जारी की थीं, जिनमें कहा गया कि अप्रैल महीने का जीएसटीआर-1 (GSTR-1), जीएसटीआर-3बी (GSTR-3B) और जीएसटीआर-7 (GSTR-7) रिटर्न भरने के लिए नियत तारीख मणिपुर में व्यवसाय वाले रजिस्टर्ड व्यक्तियों के लिए बढ़ाकर 31 मई कर दिया गया है.
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मणिपुर में रजिस्टर्ड व्यवसायों को अप्रैल का जीएसटीआर-1 फार्म 11 मई तक भरना था. जीएसटीआर-1 निर्यात आपूर्ति का लेखा-जोखा होता है. मासिक टैक्स भुगतान फार्म जीएसटीआर-3बी (GSTR-3B) अप्रैल के लिए 20 मई तक भरना था. टैक्स एट सोर्स कटौती वाले व्यवसायों के लिए जीएसटीआर-7 फार्म 10 मई तक भरा जाना था.
इस वजह से लिया फैसला
मणिपुर में हिंसा कुकी ग्रामीणों को आरक्षित वन भूमि से बेदखल करने पर तनाव से पहले हुई थी, जिसके कारण कई छोटे-छोटे आंदोलन हुए थे. मेइती (Meiteis) मणिपुर की आबादी का लगभग 53% हैं और ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं. जनजातीय - नागा और कुकी - अन्य की आबादी 40% है और पहाड़ी जिलों में रहते हैं.
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जातीय संघर्षों में 70 से अधिक लोगों की जान चली गई और लगभग 10,000 सेना और अर्धसैनिक बलों को उत्तर पूर्वी राज्य में तैनात करना पड़ा. हालांकि, हिंसा जारी है क्योंकि गुरुवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और एक अन्य घायल हो गया था.
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