त्योहारी सीज़न से पहले भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने घर ख़रीदारों को बड़ा तोहफा दिया है. रिज़र्व बैंक ने आज बुधवार को रेपो रेट में 0.35 फीसदी की कटौती की है. इस कटौती के बाद रेपो रेट अब 5.40 फीसदी हो गया है. यानी अब आपके घर की EMI सस्ती हो जाएगी. अगर आपने 20 साल के लिए 30 लाख रुपये का होम लोन लिया है तो आपको सालाना ईएमआई में 8,000 रुपये से ज्यादा का फायदा हो सकता है.

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कितनी कम होगी EMI

अगर आप 20 लाख रुपये का होम लोन 20 साल की अवधि के लिए 9.55 फीसदी की ब्याज की दर से लेते हैं तो पहले आपको 18,708 रुपये की मासिक किस्त देनी पड़ती थी जो कि अब 9.20 फीसदी के हिसाब से कम होकर 18,253 रुपये रह जाएगी. अगर 30 लाख रुपये के होम लोन पर पहले 28,062 की EMI देनी पड़ती थी जो अब घटकर 27,379 रह जाएगी. 50 लाख रुपये के होम लोन पर 46,770 की EMI घटकर 45,631 रुपये रह गई. बात करें 80 लाख रुपये के लोन की तो पहले इस पर ईएमआई 74,832 रुपये से घटकर 73,010 रुपये रह जाएगी और 1 करोड़ रुपये के लोन पर 93,540 रुपये से घटकर 91,263 रुपये रह जाएगी.

इस साल 4 बार घटीं दरें

भारतीय रिजर्व बैंक ने इस साल 4 बार रेपो रेट में कटौती की है. 

फरवरी में 0.25% की कटौती, रेपो रेट 6.5% से घटकर 6.25%

अप्रैल में 0.25% की कटौती पर 6.25% से घटकर 6% 

जून में 0.25% की कटौती से रेपो रेट 6% से घटकर 5.75%

अगस्त 0.35% की कटौती के बाद रेपो रेट 5.75% से घटकर 5.40%

क्या कहते हैं एक्सपर्टस

एनॉरॉक प्रॉपर्टी के चेयरमैन अनुज पुरी का कहना है कि रियल एस्टेट सेक्टर में मिड-सेगमेंट की मांग को बढ़ाने के लिए 0.35 फीसदी की कटौती काफी कम है. हालांकि, इसका सबसे ज़्यादा फ़ायदा अफोर्डेबल हाउसिंग को मिलेगा. दूसरे फायदे मिलने की वजह से अफोर्डेबल हाउसिंग की मांग बढ़ रही है और आने वाले समय में इसमें और इजाफा देखने को मिलेगा. टियर-2 और टियर-3 शहरों में क़ीमतें कम हैं और डिमांड में इजाफा देखने को मिल सकता है. 

बिल्डर्स ने किया वेलकेम

गौड़ सन्ज़ के चेयरमैन मनोज गौड़ का कहना है कि RBI के इस कदम से हाउसिंग सेक्टर में डिमांड में हल्की तेजी देखने को मिलेगी. इस कदम से बैंकिंग सिस्टम की ग्रोथ भी बढ़ोगी, जिसका सीधा फ़ायदा रियल एस्टेट सेक्टर को भी मिलेगा. अफोर्डेबल हाउसिंग सेक्टर के लिए ये कदम काफी अच्छा है. 

महागुण ग्रुप के धीरज जैन के मुताबिक, होम बायर्स के लिए घर ख़रीदने का बिल्कुल सही समय है क्योंकि फिलहाल ब्याज दरें काफी कम हैं. रेपो रेट में कटौती होने के बाद अब सब की नज़रे बैंकों पर टिकी हुई हैं कि बैंक इसका कितना फ़ायदा होम बायर्स को पहुंचाते हैं. RBI के इस कदम से रियल एस्टेट सेक्टर को काफी फ़ायदा मिलेगा.   

 

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CREDAI वेस्टर्न यूपी के प्रेसीडेंट इलेक्ट अमित मोदी का कहना है कि बेशक रेपो रेट में कटौती की गई है लेकिन देखा गया है कि कई बार कटौती होने के बावजूद ज़्यादातर बैंक इसका फ़ायदा घर ख़रीदारों तक नहीं पहुंचाते. हम उम्मीद कर रहे हैं कि बैंक इसका फ़ायदा ग्राहकों तक पहुंचाए ताकि रियल एस्टेट सेक्टर में इसका असर देखने को मिले. 

सुषमा ग्रुप के एक्सक्यूटिव डायरेक्टर प्रतीक मित्तल मानते हैं कि रेपो रेट घटने से देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ने में मदद मिलेगी. बैंकिंग सिस्टम में लिक्विडिटी को कम करने के साथ-साथ इस कदम से बैंकों के संसाधनों पर भी कम बोझ पड़ेगा, जो रियल एस्टेट सेक्टर के लिए काफी फ़ायदेमंद साबित होगा. इस कदम से डेवेलपर्स को भी लिक्विडिटी पुश मिल सकेगा.