म्यूचुअल फंड में निवेश लगातार बढ़ता जा रहा है और म्यूचुअल फंड में निवेश करने में आज के युवा सबसे आगे निकल रहे हैं. साल-दर-साल म्यूचुअल फंड में युवाओं का निवेश बढ़ रहा है. सिर्फ युवा ही नहीं, बल्कि महिलाएं भी अब घर में पैसे रखने की बजाय म्यूचुअल फंड में निवेश कर रही हैं. तो आखिर जोखिम होने के बाद भी क्यों म्यूचुअल फंड्स बन रहे हैं युवाओं की पसंद? म्यूचुअल फंड में क्या है खास? और कैसे आप भी सुनहरे भविष्य के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड क्यों बना युवाओं की पहली पसंद. जानिए एटिका वेल्थ एडवायजर्स के फाउंडर निखिल कोठारी से.

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युवाओं की पहली पसंद कैसे?

  • म्यूचुअल फंड्स में निवेश काफी सुविधाजनक.
  • निवेश के दूसरे इंस्ट्रूमेंट्स से ज्यादा फायदेमंद.
  • कम निवेश में ज्यादा रिटर्न का अच्छा माध्यम.
  • अच्छे रिटर्न के साथ पोर्टफोलियो में विविधता भी.

निवेश बढ़ने की अहम वजह

  • पिछले 15 साल में लक्ष्य आधारित निवेश बढ़ा है.
  • एडवाइजर्स ने म्यूचुअल फंड को आकर्षित बनाया है.
  • लक्ष्य आधारित निवेश से गोल हासिल करने में आसानी.
  • युवाओं को लक्ष्य आधारित निवेश भा रहा है.
  • किश्तों में निवेश पर उन्हें बेहतर रिटर्न मिल रहा है.

महिलाओं की भी पसंद MF

  • गुल्लक में पैसे बचाने वाली महिलाओं की पसंद भी म्यूचुअल फंड.
  • महिलाओं के बीच भी निवेश को लेकर जागरूकता बढ़ी है.
  • कामकाजी महिलाएं अब म्यूचुअल फंड में निवेश कर रही हैं.
  • म्यूचुअल फंड में निवेश करने और निकासी काफी आसान.
  • FD और सेविंग्स अकाउंट के मुकाबले अच्छा रिटर्न है.

डिजिटलाइजेशन और म्यूचुअल फंड निवेश 

  • डिजिटलाइजेशन के चलते म्यूचुअल फंड में निवेश बढ़ा है.
  • पेपरलेस KYC, घर बैठे निवेश की सुविधा से बढ़ा निवेश. 
  • मोबाइल से भी म्यूचुअल फंड में निवेश करना संभव हुआ है.
  • नोटबंदी के बाद नये निवेशकों ने म्यूचुअल फंड्स का रुख किया है.

SIP ने दिया निवेश को बूस्ट

  • म्यूचुअल फंड में कम से कम `100 से निवेश की शुरुआत.
  • SIP यानि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान से मिला फायदा.
  • हर महीने थोड़ा-थोड़ा कर के निवेश किया जा सकता है.
  • म्यूचुअल फंड में एकमुश्त निवेश का भी विकल्प है.
  • शेयर बाजार से दूर रहने वालों के लिए म्यूचुअल फंड बने जरिया.

पारंपरिक बचत योजनाएं Vs म्यूचुअल फंड

  • FD, PPF पारंपरिक बचत योजनाओं के इंस्ट्रूमेंट्स.
  • FD, सेविंग्स अकाउंट में करीब 4 से 7% ब्याज मिलता है.
  • FD जैसी पारंपरिक बचत योजनाओं में लॉक-इन पीरियड भी.
  • म्यूचुअल फंड में FD, सेविंग्स अकाउंट से ज्यादा रिटर्न.
  • लॉक-इन का झंझट नहीं, जब चाहें तब निवेश विद्ड्रॉ करें. 
  • सिर्फ ELSS फंड में 3 साल का लॉक-इन पीरियड.

किन लक्ष्यों के लिए करें MF निवेश?

  • सभी तरह के लक्ष्यों के लिए निवेश कर सकते हैं.
  • छोटी अवधि के लक्ष्यों के लिए डेट स्कीम में निवेश. 
  • लंबी अवधि के लिए इक्विटी में निवेश कर सकते हैं.
  • हर लक्ष्य के हिसाब से म्यूचुअल फंड स्कीम हैं मौजूद.
  • जितने ज्यादा समय के लिए निवेश, उतना ज्यादा फायदा.

म्यूचुअल फंड में निवेश का फर्स्ट स्टेप

  • म्यूचुअल फंड में कभी भी निवेश किया जा सकता है.
  • निवेश की शुरुआत से पहले अपने लक्ष्य तय करें.
  • लक्ष्यों को छोटी अवधि और लंबी अवधि में बांटें.
  • लक्ष्यों और अवधि से निवेश की स्ट्रैटजी बनाएं.