Cashback Offers सच में बढ़िया डील होते हैं क्या? जानिए क्या कैशबैक ऑफर अवेल करना चाहिए?
Cashback Offers: अगर एक एवरेज कस्टमर के पॉइंट ऑफ व्यू से देखें तो यह एक वाजिब सवाल है कि क्या कैशबैक ऑफर सचमुच बढ़िया डील होते हैं क्या? क्या कैशबैक ऑफर पर शॉपिंग करना हमें फायदा पहुंचाता है? आइए समझते हैं.
चाहे आप डिजिटल पेमेंट करते हों, ऑनलाइन शॉपिंग करते हों या फिर चाहे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का छोटे से छोटा हिस्सा ही क्यों न हो, आपने कैशबैक ऑफर या रिवॉर्ड्स जरूर देखे होंगे. हो सकता है आपने ऐसे ऑफर्स अवेल भी किए हों, लेकिन अगर एक एवरेज कस्टमर के पॉइंट ऑफ व्यू से देखें तो यह एक वाजिब सवाल है कि क्या कैशबैक ऑफर सचमुच बढ़िया डील होते हैं क्या? क्या कैशबैक ऑफर पर शॉपिंग करना हमें फायदा पहुंचाता है? आइए समझते हैं.
सबसे पहले तो ये जान लेते हैं कि कैशबैक ऑफर होते क्या हैं. कैशबैक बेसिकली किसी ऑनलाइन सेलर की ओर से दिए गए डिस्काउंट होते हैं. ऑनलाइन सेलर, शॉपिंग वेबसाइट्स, क्रेडिट कार्ड कंपनियां यहां तक कि बैंक भी बायर्स को ई-वॉलेट के जरिए छूट देते हैं. प्रॉडक्ट पर जो डील मिल रहा है, उसके ऊपर से यह डिस्काउंट मिलता है. हालांकि, इसमें एक कैच यह है कि ये एक्स्ट्रा छूट आपको कुछ शर्तों पर मिलती है.
ऑफर दे रही कंपनी किसी दूसरी प्रॉडक्ट कंपनी या रिटेलर से पार्टनरशिप करती हैं और अपने कमीशन के कुछ हिस्से में से कस्टमर को यह डिस्काउंट दे देती हैं. इस तरह वो कस्टमर्स को अपनी साइट पर अपने और प्रॉडक्ट या सर्विस को खरीदने के लिए आकर्षित करने की कोशिश करती हैं. एक तरीके से कंपनी आपको एक ऑफर देकर और शॉपिंग करने यानी कि और पैसे खर्च करने का रास्ता बनाती हैं.
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यह कह सकते हैं कि कैशबैक ऑफर कंपनियों के लिए एक मार्केटिंग का तरीका है, लेकिन ऐसा भी नहीं है कि कस्टमर को इस ऑफर का बिल्कुल फायदा नहीं मिल सकता. कई साइट्स पर या डील्स पर आप एक्चुअली अपना कैशबैक ऑफर भुनाकर सस्ते में शॉपिंग कर सकते हैं.
लेकिन कैशबैक ऑफर अवेल करते वक्त कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए.
बस कैशबैक का ऑफर देखकर शॉपिंग मत करिए
ऐसा नहीं होना चाहिए कि जैसे ही कैशबैक का ऑफर देखा, प्रॉडक्ट कार्ट में डाला, पेमेंट किया और डन. नहीं, कभी भी कैशबैक ऑफर को अपने परचेजिंग डिसीजन पर असर नहीं डालने दीजिए. इसके आधार पर ये फैसला करना कि आप पैसा खर्च करेंगे या नहीं, ये अक्लमंदी नहीं होगी. क्या पता आपको उस प्रॉडक्ट की जरूरत ही नहीं है, या फिर पता चले कि वो डील उतनी अच्छी थी नहीं, जितनी आपको लग रही थी, इसलिए हमेशा अपना हिसाब-किताब बढ़िया से समझकर ही इन ऑफर्स के चक्कर में पड़ें.
कहीं आप ज्यादा तो नहीं खर्च कर रहे
कंपनियां चाहती हैं कि आप ज्यादा से ज्यादा खर्च करें, ऐसे में आपको ऐसे कई ऑफर्स मिलेंगे, जो बचत की आड़ में आपसे और पैसे खर्च करवाएंगे. कैशबैक ऑफर्स भी ऐसी कंडीशन के साथ आ सकते हैं, इसलिए देख लें कि ऑफर के चक्कर में आप कहीं अपनी जेब और ज्यादा ढीली न कर रहे हों.
अंत में, हमेशा अपने ऑफर को बढ़िया से समझ लें, फाइन प्रिंट देख लें कि वो ऑफर एक्चुअली कितना ल्यूक्रेटिव है, उसके बाद ही कैशबैक ऑफर जैसी डील्स अवेल करें.