सर्वे में खुलासा, कोरोना के बाद ज्यादा जीना चाहते हैं लोग, रिस्क फ्री लाइफ के लिए कर रहे हैं ये काम
बजाज आलियांज लाइफ इंडियाज लाइफ गोल्स प्रिपेयर्डनेस सर्वे 2023 का दूसरा संस्करण जारी किया है. महामारी के बाद परिवार के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना भारतीयों के लिए शीर्ष जीवन लक्ष्य के रूप में उभरा है. जानिए क्या कहता है सर्वे.
कोरोना महामारी अब पीछे छूट गई है लेकिन, इसने लोगों की प्राथमिकता पर गहरा असर छोड़ा है. कोविड के बाद से लोगों की प्राथमिकता बदल गई है. इसका खुलासा बीमा कंपनी बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस के लाइफ गोल्स प्रिपेयर्डनेस सर्वे 2023 में हुआ सर्वे में कहा गया है कि साल 2019 में भारतीयों के औसतन पांच गोल होते थे. साल 2023 में ये बढ़कर 11 हो गए हैं. महामारी के बाद परिवार के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना भारतीयों के लिए शीर्ष जीवन लक्ष्य के रूप में उभरा है. जीवन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए जीवन बीमा सबसे पसंदीदा निवेश विकल्प है.
पहला गोल हेल्थ और फिटनेस
सर्वे के मुताबिक 65 फीसदी लोगों का पहला गोल हेल्थ और फिटनेस है. 71% उत्तरदाताओं ने अपने परिवार की वित्तीय सुरक्षा को जीवन का सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य माना है. कोविड के बाद, 84% भारतीय संतुलित जीवन जीने की इच्छा रखते हैं, जबकि 2019 में यह आंकड़ा 51% था. दो में से एक भारतीय का कहना है कि संतुलित जीवन जीना उनके जीवन लक्ष्य की प्राथमिकता है. रिटायरमेंट प्लान, बैलेंस लाइफस्टाइल और बच्चों की पढ़ाई प्राथमिकता है. इसके अलावा करियर में तरक्की, विदेश यात्रा करना और बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल करना जीवन के शीर्ष लक्ष्यों में शामिल हो गया है.
10 में से आठ के करियर से जुड़े हैं लक्ष्य
सर्वे के मुताबिक महानगरों में रहने वाले ऐसे भारतीय लोगों और युवा उपभोक्ताओं की संख्या में 2019 की तुलना में दो गुनी वृद्धि हुई है जो ट्रैवल गोल्स को लेकर चल रहे हैं. वेतनभोगी या बिजनेस कर रहे 10 में से 8 भारतीयों के जीवन लक्ष्य करियर से जुड़े हैं. 2019 की तुलना में इनकी संख्या 1.5 गुना अधिक है. चार में से एक भारतीय का जीवन लक्ष्य उच्च शिक्षा हासिल करना है. 40 फीसदी लोगों ने बताया कि बुजुर्ग माता-पिता की पर्याप्त देखभाल करना जीवन लक्ष्य है. गैर-महानगरीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य लक्ष्यों में 33 फीसदी अंक का तेजी से उछाल आया है . सामाजिक प्रभाव कायम करने के लिए योगदान देने के इच्छुक भारतीयों की संख्या में 1.6 गुनी वृद्धि हुई.
जीवन बीमा में करना चाहते हैं निवेश
2023 में भारतीयों का लाइफ गोल्स प्रिपेयरनेस इंडेक्स 47 था, जो कोविड के बाद उनकी बढ़ती आकांक्षाओं का संकेत देता है. भारतीयों को दो में से एक जीवन लक्ष्य प्राप्त करने को लेकर विश्वास है . यदि लोगों के पसंदीदा निवेश की बात करें तो 65 फीसदी जीवन लक्ष्यों के लिए जीवन बीमा सबसे पसंदीदा निवेश विकल्प है. 82% भारतीय वृद्धावस्था में वित्तीय स्वतंत्रता के लिए जीवन बीमा में निवेश करना पसंद करते हैं.
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77 फीसदी भारतीय सुरक्षित और बेफिक्र रिटायरमेंट के लिए जीवन बीमा पसंद करते हैं. 73 फीसदी भारतीय परिवार की वित्तीय सुरक्षा के लिए जीवन बीमा को प्राथमिकता देते हैं.