कोरोना का कहर (coronavirus outbreak) लगातार बढ़ता ही जा रहा है. देश में इस समय 600 से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित है और 10 लोगों की मौत भी हो चुकी है. कोरोना के कहर के रोकने के लिए केंद्र सरकार ने पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन (Lockdown) लागू कर दिया है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कोरोना वायरस (Covid-19) से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए सरकार ने मुस्तैदी दिखाते हुए अपने अस्पतालों में विशेष इंतजाम किए हैं. फिर भी जिस तरह से मरीज बढ़ रहे हैं, वहां सरकारी हॉस्पिटलों के इंतजाम पर्याप्त नहीं हैं. हालांकि प्राइवेट हॉस्पिटलों में भी कोविड-19 के इलाज के पुख्ता इंतजाम हैं. लेकिन प्राइवेट हॉस्पिटलों का खर्च हर आदमी की लिमिट में नहीं होता है. 

इस बात को ध्यान में रखते हुए बीमा कंपनियों (Insurance Company) ने कोरोना वायरस के इलाज के लिए भी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (Health Insurance) लॉन्च किए हैं. ये प्लान कोरोना संक्रमण के इलाज के खर्च और इलाज की अवधि को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए हैं.

वैसे तो मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में भी कोरोना के इलाज का कवरेज की सुविधा दी गई है, लेकिन ये सुविधा पर्याप्त नहीं है. इसलिए कोरोना वायरस के संक्रमण के पूरे कवरेज के लिए कुछ खास प्लान बनाए गए हैं और इन प्लान को मंजूरी के लिए बीमा कंपनियों ने बीमा नियामक आईआरडीएआई के पास भेज दिया है.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:

मौजूदा हेल्थ पॉलिसी में कोरोना के हॉस्पिटलाइजेशन से जुड़े चार्जेस कवर हैं लेकिन ज्यादातर इंश्योरेंस कंपनियों ने सिर्फ  कोरोना स्पेशल प्लान भी इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI के पास फाइल किए हैं. क्रिटिकल इलनेस की तर्ज पर तैयार इन प्लान में कोरोना संक्रमित होने पर समएश्योर्ड की पूरी राशि पॉलिसी होल्डर को दी जाएगी.

कोरोना हेल्थ प्लान की खासियत-

- इंश्योरेंस कंपनियों ने  COVID-19 प्लान IRDAI में फाइल किए. 

- क्रिटिकल इलनेस की तर्ज पर मिलेगा इंश्योरेंस कवर.

- कोरोना संक्रमित पाए जाने पर पूरा समइंश्योर्ड का भुगतान.

- दो कंपनियों के प्रोडक्ट की IRDAI ने मंजूरी भी दी. 

- प्रीमियम तय करने का अधिकार कंपनियों के पास और शर्तें अलग.

- कंपनियों की पॉलिसी की अवधि 1 साल के लिए.

- ज्यादातर कंपनियों का वेटिंग पीरियड 14 दिन. 

- 25000 रुपये समएश्योर्ड का प्रीमियम 300-400 रुपये की रेंज में. 

- कोरोना से जुड़े सभी खर्चे नई हेल्थ पॉलिसी में कवर होंगे. 

- मौजूदा पॉलिसी में कोरोना के सीमित हॉस्पिटलाइजेशन से खर्च ही. 

- कोरोना से होने वाले फाइनेशियल नुकसान की भरपाई का दावा इंश्योरेंस कंपनियों का.