केंद्र सरकार ने 10 सरकारी बैंकों का विलय (Merger) शुरू कर दिया है. इन बैंकों में सेविंग अकाउंट के साथ-साथ सैलरी और पेंशन (Pension) वाले खाते भी हैं. बैंक मर्जर में यह संभव है कि आपकी होम ब्रांच (Home Branch), बैंक अकाउंट नंबर और अन्‍य चीजें बदल जाएं. अगर बैंक अकाउंट नंबर बदलेगा तो फिर ATM कार्ड और चेक बुक भी दूसरी लेनी पड़ेगी. यानि आपकी पूरी बैंकिंग बदल जाएगी. साथ ही KYC भी दोबारा कराने की नौबत आ सकती है. इससे मुमकिन है कि समय पर आपकी सैलरी या Pension खाते में न ट्रांसफर हो पाए.

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इस परेशानी से बचने का आसान सा उपाय यह है कि आप अपनी होम ब्रांच में जाकर जरूरी अपडेट लेते रहें. बैंक मैनेजर से मिलकर ऐसी शंका को दूर कर सकते हैं. RBI के नियम के मुताबिक बैंकों को किसी भी चेंज से पहले ग्राहक को हर सूचना पास करनी होती है, चाहे वह SMS या ईमेल दोनों के जरिए क्‍यों न हो. इसलिए अगर आपको बैंक से ऐसा कोई मैसेज मिले तो तुरंत संपर्क करें और जो भी जरूरी कागजात मांगें जाएं उन्‍हें उपलब्‍ध करा दें.

ऐसा करने से आपकी KYC के साथ-साथ बैंक अकाउंट अपडेट हो जाएगा. साथ ही अगर आपकी होम ब्रान्‍च बदली है तो उसका भी पता चल जाएगा. अगर आपका बैंक अकाउंट अपडेट रहेगा तो आपको बैंक ATM, चेक बुक, पास बुक सभी मिल जाएंगे.

सैलरी वाले क्‍या करें

प्राइवेट हो या सरकारी, सभी विभागों की सैलरी बैंक अकाउंट में आती है. सैलरी अकाउंट वालों को ज्‍यादा परेशानी इसलिए नहीं होगी क्‍योंकि इसमें उनका डिपार्टमेंट का अकाउंट विभाग भी मदद करेगा.

पेंशनर क्‍या करें

पेंशनर को इसमें ज्‍यादा सावधानी उठाने की जरूरत है. उन्‍हें पहले से ही बैंक से टच में रहना पड़ेगा. क्‍योंकि बैंक में उनकी जानकारी अपडेट होने के साथ-साथ उसे ट्रेजरी या पेंशन विभाग में भी अपडेट कराना होगा. तभी पेंशन समय पर बनेगी और बैंक में ट्रांसफर होगी.

एजी ऑफिस ब्रदरहुड के पूर्व अध्‍यक्ष एचएस तिवारी के मुताबिक पेंशनर को बैंक बदलने पर दिक्‍कत हो सकती है. क्‍योंकि ये सभी सरकारी बैंक हैं और ज्‍यादातर पेंशनरों और सरकारी कर्मचारियों के अकाउंट इन्‍हीं बैंकों में हैं. हालांकि बैंक उन्‍हें अपडेट करेंगे लेकिन पेंशनर खुद ही अपडेट लें तो अच्‍छा रहेगा.