निवेश की बस ये 4 बातें रखें याद और पहली सैलरी से करें शुरुआत, लाइफ में कभी नहीं होगी पैसों की टेंशन
अगर आपको भविष्य के लिए पैसा जोड़ना है, तो निवेश करना होगा. ये निवेश जितनी जल्दी शुरू होगा, उतना ही बेहतर है. एक्सपर्ट्स हर व्यक्ति को पहली सैलरी के साथ ही निवेश करने की सलाह देते हैं. ये निवेश 4 बातों को ध्यान में रखकर करना चाहिए ताकि लाइफ में कभी पैसों की दिक्कत न झेलनी पड़े.
Investment Tips: कहा जाता है कि पैसे से पैसा बनता है. इसलिए अगर आपको भविष्य के लिए पैसा जोड़ना है, तो निवेश करना होगा. निवेश आप जितनी जल्दी शुरू कर देंगे, उतना बेहतर भविष्य बना लेंगे. ज्यादातर फाइनेंशियल एक्सपर्ट 20 से 30 प्रतिशत पैसा बचाने और इसे निवेश करने की सलाह देते हैं. लेकिन सवाल ये है कि पहली सैलरी से निवेश करें तो कहां करें. जानिए निवेश के मामले में वो 4 Priorities जिनको ध्यान में रखकर अगर आपने इन्वेस्टमेंट शुरू कर दिया तो आपकी जिंदगी में कभी फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स आएंगी ही नहीं और अगर आईं तो आकर कब गुजर जाएंगीं, आप जान ही नहीं पाएंगे.
इमरजेंसी फंड से करें शुरुआत
इस मामले में फाइनेंशियल एडवाइजर दीप्ति भार्गव कहती हैं कि पहली सैलरी से सबसे पहला काम इमरजेंसी फंड तैयार करने का होना चाहिए. नई जॉब में ज्यादा सिक्योरिटी नहीं होती. ऐसे में कब आपके सामने कैसी समस्या आ जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता. इमरजेंसी फंड आने वाली किसी भी आपात स्थिति जैसे- नौकरी चले जाने, बिजनेस ठप होने या परिवार पर कोई बड़ी मुसीबत आने पर काफी काम आता है. अगर इमरजेंसी फंड है तो आपको न ही अपनी किसी पॉलिसी को तुड़वाने की जरूरत पड़ेगी और न ही किसी से पैसा मांगने की जरूरत पड़ेगी. दीप्ति कहती हैं कि किसी भी व्यक्ति को अपनी छह महीने की सैलरी के बराबर पैसे को इमरजेंसी फंड के तौर पर रखना चाहिए. ये फंड आपके निवेश या बचत का हिस्सा नहीं होना चाहिए. इस फंड को किसी ऐसी जगह रखें, जहां से ये आपको आसानी से उपलब्ध हो सके. आप बैंक में इसकी एफडी बनवाकर भी डाल सकते हैं और मौके पर इसे तुड़वा सकते हैं.
हेल्थ इंश्योरेंस
दूसरी प्राथमिकता हेल्थ इंश्योरेंस होनी चाहिए. ज्यादातर यंग इन्वेस्टर्स मेडिकल इंश्योरेंस लेना अपनी जिम्मेदारी नहीं समझते हैं. लेकिन ये बहुत जरूरी है. सेहत को लेकर जब समस्या आती है तो आपका काफी पैसा खर्च हो जाता है और इससे लोगों को उबरने में समय लग जाता है. इसलिए पहले से ही इन स्थितियों से निपटने की तैयारी रखें. आपके माता-पिता भी अगर बुजुर्ग हैं, तो उन्हें भी इस उम्र पर अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ सकते हैं. अगर आप इन स्थितियों के लिए खुद को तैयार नहीं करेंगे, तो आपको आगे चलकर परेशानी उठानी पड़ेगी. इसलिए पहली सैलरी के साथ हेल्थ इंश्योरेंस जरूर खरीदें. इंश्योरेंस में जल्दी निवेश करने का एक फायदा ये है कि आपको कम प्रीमियम पर अच्छा कवर मिल सकता है.
SIP शुरू करें
ये दोनों काम होने के बाद अब आपको भविष्य को सुरक्षित करने के लिए पैसा बनाना है; इसके लिए आपकी सैलरी से जो भी रकम बचत की है, उसे अलग-अलग जगहों पर निवेश करें. निवेश के इन ऑप्शंस में SIP को जरूर शामिल करें. एसआईपी को आज के समय में निवेश का बेहतर जरिया माना जाता है. एसआईपी के जरिए आप लंबे समय में अच्छा खासा पैसा जोड़ सकते हैं. आप जितनी जल्दी एसआईपी शुरू करेंगे, उतना ज्यादा समय आपको निवेश के लिए मिलेगा और उतना बड़ा फंड आप आसानी से तैयार कर सकते हैं. SIP में निवेश की शुरुआत 500 रुपए से भी कर सकते हैं, लेकिन आप कम से कम 2000 से 5000 के बीच की SIP शुरू करें और इसे लंबे समय तक चलाएं. अगर आप 2000 से एसआईपी शुरू करते हैं, तो आगे सैलरी बढ़ने पर इसे बढ़ा सकते हैं या नई SIP शुरू कर सकते हैं.
गारंटीड रिटर्न वाली स्कीम में निवेश
SIP मार्केट लिंक्ड स्कीम है जिसमें रिटर्न तो अच्छा है, लेकिन थोड़ा जोखिम होता है. इसलिए आप अपने पोर्टफोलियो में उन स्कीम्स को भी शामिल करें, जिसमें गारंटीड रिटर्न मिलता है. ऐसे में आप अपने पोर्टफोलियो में आरडी, पीपीएफ, एफडी या पोस्ट ऑफिस की किसी स्कीम को चुनकर पैसा निवेश कर सकते हैं. अलग-अलग टेन्योर के हिसाब से इस तरह के निवेश को चुनें ताकि अगर आपको कभी पैसों की जरूरत पड़े तो इन स्कीम्स के जरिए उन्हें पूरा कर सकें. लॉन्ग टर्म गोल्स वाली स्कीम्स को बीच में न बंद करवाना पड़े.