मार्च के लिए बेरोजगारी दर 7.8 फीसदी रही, पढ़िए पूरी रिपोर्ट
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग ऑफ इंडियन इकॉनमी यानी CMIE ने मार्च महीने के लिए बेरोजगारी का आंकड़ा जारी किया है. यह 7.8 फीसदी रहा. शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 8.4 फीसदी जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 7.5 फीसदी रही.
आर्थिक निगरानी से जुड़ी संस्था सीएमआईई ने कहा है कि भारत में बेरोजगारी दर मार्च में तीन महीने के उच्चतम स्तर 7.8 फीसदी पर पहुंच गई. ‘सेंटर फॉर मॉनिटरिंग ऑफ इंडियन इकॉनमी’ (सीएमआईई) की तरफ से शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च में बेरोजगारी दर 7.8 फीसदी पर पहुंच गई जो बीते तीन महीनों का उच्चतम स्तर है. इसके पहले बेरोजगारी दर दिसंबर, 2022 में 8.30 फीसदी हो गई थी, लेकिन जनवरी में यह घटकर 7.14 फीसदी पर आ गई थी. लेकिन यह फरवरी में फिर से बढ़कर 7.45 फीसदी के आंकड़े पर पहुंच गई.
शहरी बेरोजगारी दर 8.4 फीसदी रही
आंकड़ों के अनुसार, मार्च में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 8.4 फीसदी जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 7.5 फीसदी रही. सीएमआईई के प्रबंध निदेशक महेश व्यास ने कहा, “देश का मानव संसाधन बाजार की स्थिति मार्च, 2023 में और खराब हो गई. बेरोजगारी दर फरवरी के 7.5 फीसदी से बढ़कर मार्च में 7.8 फीसदी हो गई.”
हरियाणा में सबसे ज्यादा बेरोजगारी
राज्यों की बात करें तो हरियाणा में सबसे ज्यादा 26.8 फीसदी बेरोजगारी रही जबकि 26.4 फीसदी के साथ राजस्थान दूसरे स्थान पर रहा. जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी दर 23.1 फीसदी, सिक्किम में 20.7 फीसदी, बिहार में 17.6 फीसदी और झारखंड में 17.5 फीसदी है.
उत्तराखंड में सबसे कम बेरोजगारी
सबसे कम बेरोजगारी दर उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में 0.8-0.8 फीसदी है, जिसके बाद पुडुचेरी में 1.5 फीसदी, गुजरात में 1.8 फीसदी, कर्नाटक में 2.3 फीसदी और मेघालय व ओडिशा में 2.6-2.6 फीसदी रही.