दिल्ली, मुंबई नहीं... भारत के इस शहर में हैं नौकरी के सबसे ज्यादा मौके, सैलरी के मामले में भी सबको छोड़ा पीछे
Jobs in India: दिल्ली, मुंबई नहीं, भारत में बेंगलुरु में मिलते हैं नौकरी के सबसे ज्यादा मौके. वहीं, सैलरी ग्रोथ के मामले में भी बेंगलुरु बाकी शहरों से आगे है.
Jobs in India: भारत में नौकरी के सबसे ज्यादा मौके किस शहर में मिलते हैं? ये सवाल अगर हम आपसे पूछे तो सबसे पहले दिमाग में दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहर ही आते हैं. लेकिन एक लेटेस्ट रिपोर्ट में सामने आया है कि देश में नौकरी के सबसे ज्यादा मौके टेक हब के रूप में फेमस बेंगलुरु में है. वहीं, अगर औसत सैलरी की बात करें तो भी बेंगलुरु देश के दूसरे शहरों से काफी आगे है. स्टाफिंग ग्रुप टीमलीज सर्विसेज ने इसके लिए जॉब्स और सैलरी प्राइमर रिपोर्ट जारी की है. इसमें इस बात का खुलासा हुआ है.
यहां मिलती है सबसे अधिक सैलरी
रिपोर्ट के मुताबिक, जॉब्स के मौके और सैलरी ग्रोथ के मामले में बेंगलुरु भारत में टॉप पर है. पिछले साल के मुकाबले बेंगलुरु में औसत सैलरी ग्रोथ 9.3 फीसदी है. बेंगलुरु में औसत मासिक यूनिफाइड सैलरी 29,500 रुपये है, जो इसे देश में सबसे अधिक सैलरी देने वाला शहर बनाता है.
देश के बाकी शहरों का क्या है हाल
बेंगलुरु के बाद इस साल चेन्नई और दिल्ली में सबसे अधिक सैलरी ग्रोथ हुई है. जहां क्रमशः 7.5% और 7.3% वेतन वृद्धि दर्ज की गई है. चेन्नई में औसत मासिक वेतन 24,500 रुपये और दिल्ली में 27,800 रुपये हो गया है. मुंबई और अहमदाबाद में भी वेतन में अच्छी बढ़ोतरी हुई है, जहां क्रमशः 6.8% और 6.4% वेतन वृद्धि दर्ज की गई है. मुंबई में औसत वेतन 25,100 रुपये है, जबकि पुणे में 24,700 रुपये है. इन सभी शहरों में वेतन वृद्धि 4% से 10% तक हुई है, जिसमें औसत मासिक वेतन 21,300 रुपये और 29,500 रुपये के बीच है.
किन सेक्टर्स में हुई सबसे अधिक ग्रोथ
उद्योग की बात करें तो रिटेल में 8.4% की दर से उल्लेखनीय वेतन वृद्धि दर्ज हुई है और यह टॉप परफॉर्मर के तौर पर उभरा है. इस रुझान के बाद कंज्यूमर ड्यूरेबल्स (5.2%) और BFSI (5.1%) आते हैं, और यह दोनों ही क्षेत्र पेशेवरों के लिए मजबूत विकास के अवसर प्रदान कर रहे हैं.
दूसरी ओर, लॉजिस्टिक्स, एफएमसीजी, हेल्थकेयर और फार्मा, और कंस्ट्रक्शन व रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों ने मध्यम वेतन वृद्धि दिखाई है. साथ ही कुशल पेशेवरों के लिए स्थिर वृद्धि दर्ज की है. सर्वाधिक वेतन देने वाले उद्योगों में टेलीकॉम (29,200 रुपये), मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर (28,200 रुपये), हेल्थकेयर और फार्मा (27,600 रुपये) तथा कंस्ट्रक्शन और रियल एस्टेट (27,000 रुपये) शामिल हैं.
पिछले 5 साल में कहां बढ़ी सबसे ज्यादा सैलरी
यह रिपोर्ट पिछले पांच वर्षों में वेतन वृद्धि के साथ विशिष्ट जॉब प्रोफाइल्स पर भी प्रकाश डालती है. एफएमसीजी उद्योग ने सबसे अधिक वृद्धि प्रदर्शित की है, जिसमें ट्रेनी एसोसिएट और पायलट ऑफिसर की भूमिकाएं क्रमशः 9.5% और 8% का प्रभावशाली सीएजीआर दिखा रही हैं. बीएफएसआई उद्योग भी इसी राह पर है, जिसमें एचआर एक्जीक्यूटिव (7.9% सीएजीआर) और सेल्स मैनेजर (6.6% सीएजीआर) महत्वपूर्ण लंबी अवधि की वृद्धि का अनुभव कर रहे हैं. शहरों की बात करें तो हैदराबाद में ऑपरेशंस एक्जीक्यूटिव (8.1% सीएजीआर), अहमदाबाद में बैक ऑफिस एक्जीक्यूटिव (7.8% सीएजीआर), पुणे में सेल्स मैनेजर (6.8% सीएजीआर) और दिल्ली में डेटा कोऑर्डिनेटर (6.6% सीएजीआर) जैसी भूमिकाएं भी मजबूत हैं.
रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए टीमलीज में सीईओ-स्टाफिंग श्री कार्तिक नारायण ने कहा, "यह रिपोर्ट भारत के नौकरी बाजार में सकारात्मक भविष्य की तस्वीर पेश करती है, जिसमें तकरीबन सभी शहरों और उद्योगों में महत्वपूर्ण वेतन वृद्धि दर्ज होती नजर आ रही है. बैंगलोर की 9.3% वेतन वृद्धि और रिटेल की प्रभावशाली 8.4% वृद्धि विशेष कौशल की बढ़ती मांग का संकेत है, जो वेतन के रुझान को बढ़ा रही है. यह केवल वेतन वृद्धि की बात नहीं है. यह जॉब मार्केट में हो रहे गहरे बदलाव के बारे में है. कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और कंस्ट्रक्शन व रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में स्थायी और अस्थायी भूमिकाओं के बीच वेतन अंतर कम होना दर्शाता है कि कंपनियां टेलेंट इक्विटी और लंबे समय तक योग्य कर्मचारियों को रोके रखने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं. ये रुझान भारत में नौकरियों के भविष्य को आकार देने में अनुकूलनशीलता और विशेषज्ञता के बढ़ते महत्व को उजागर करते हैं."