2025 में होगी नौकरियों की बरसात! सैलरी में आएगा 25-30% तक का बंपर उछाल, इन दो सेक्टर्स में मिलेंगे सबसे ज्यादा मौके
Emerging jobs in 2025: 2025 में Generative AI Engineer, Algorithm Engineer और AI Security Specialist जैसी नौकरियों में न सिर्फ डिमांड बढ़ेगी, बल्कि सैलरी में भी 25-30% का इजाफा होगा.
Emerging jobs in 2025: 2025 भारत के युवाओं के लिए नौकरियों और करियर में बेहतरीन संभावनाएं लेकर आ रहा है. Emerging Tech Roles और AI जैसे क्षेत्रों में जबरदस्त ग्रोथ के साथ, Tier 2 और Tier 3 शहरों में भी रोजगार के अवसरों में बंपर इजाफा होगा. AI, डेटा साइंस, और मशीन लर्निंग जैसे हॉट स्किल्स की मांग तेजी से बढ़ रही है, जिससे सैलरी में 30% तक का इजाफा देखने को मिलेगा."
2025 में Emerging Tech Roles का बढ़ता दायरा
तकनीकी विकास के साथ-साथ 2025 में उभरती टेक्नोलॉजी आधारित नौकरियों में 20% तक की वृद्धि देखने को मिलेगी. खासकर जनरेटिव AI (Generative AI) के क्षेत्र में जबरदस्त उछाल आने वाला है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2028 तक जनरेटिव AI के क्षेत्र में करीब 10 लाख नौकरियां मिलेंगी.
बंपर सैलरी की खुशी: टॉप Roles पर फोकस
2025 में Generative AI Engineer, Algorithm Engineer और AI Security Specialist जैसी नौकरियों में न सिर्फ डिमांड बढ़ेगी, बल्कि सैलरी में भी 25-30% का इजाफा होगा. इन क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले पेशेवरों के लिए यह सुनहरा मौका है.
टेक्नोलॉजी और GCCs में सैलरी ग्रोथ
ग्लोबल कैप्टिव सेंटर्स (GCCs) ने 2018 से 2024 के बीच 6 लाख से ज्यादा रोजगार दिए हैं. यह आंकड़ा 2030 तक बढ़कर 25-28 लाख तक पहुंच सकता है. GCCs भारत में रोजगार के एक मजबूत स्तंभ के रूप में उभरे हैं.
टॉप स्किल्स जिनकी मांग सबसे ज्यादा
आज के समय में AI, मशीन लर्निंग, क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा साइंस और साइबर सुरक्षा (Cybersecurity) जैसी स्किल्स की मांग तेजी से बढ़ रही है. 2025 में ये स्किल्स न केवल युवाओं को रोजगार देंगी, बल्कि उन्हें ऊंची सैलरी का लाभ भी दिलाएंगी.
गिग इकॉनॉमी में रोजगार की धूम
गिग इकॉनॉमी के बढ़ते प्रभाव के चलते 2030 तक इसमें 2.4 करोड़ नए रोजगार बनने की संभावना है. AI इंजीनियर्स, डेटा एनालिस्ट्स और साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स जैसे विशेषज्ञों की इसमें सबसे ज्यादा डिमांड होगी.
टियर 2 और टियर 3 शहरों में हायरिंग का बूस्ट
नौकरियों की यह लहर सिर्फ मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं है. टियर 2 और टियर 3 शहरों में भी 35% अधिक हायरिंग होने की संभावना है. जयपुर, इंदौर और कोयंबटूर जैसे शहर रोजगार के नए केंद्र बनते जा रहे हैं.
हेल्थकेयर सेक्टर में रोजगार के नए आयाम
हेल्थकेयर सेक्टर भी AI और डिजिटल हेल्थकेयर सिस्टम्स में निवेश के साथ रोजगार के नए अवसर पैदा कर रहा है. AIIMS का 300 करोड़ का निवेश इस दिशा में एक बड़ा कदम है.
देखें ये वीडियो