Infosys: आईटी क्षेत्र के कर्मचारी संघ ‘नाइट्स’ ने श्रम एवं रोजगार मंत्रालय से  IT सेक्टर की प्रमुख कंपनी इंफोसिस के 2,000 से अधिक कैंपस भर्तियों में बार-बार हो रही देरी की जांच करने का आग्रह किया है. नेसेंट इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एम्प्लॉइज सीनेट (NITES) ने आरोप लगाया कि ये देरी दो वर्षों से अधिक समय से जारी है. इससे प्रभावित प्रोफेशनल्स को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है और वे अनसर्टेनिटी में फंसे हुए हैं.

NITES के क्या हैं आरोप

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इंफोसिस ने हालांकि अभी तक इसको लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है. नेसेंट इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एम्प्लॉइज सीनेट के अध्यक्ष हरप्रीत सिंह सलूजा ने आरोप लगाया कि इंफोसिस की कार्रवाई इन युवा प्रोफेशनल्स के साथ ‘‘ गंभीर विश्वासघात है. उन्होंने कहा की कई लोगों ने इन्फोसिस के ‘ऑफर लेटर’ पर भरोसा करके अन्य नौकरियों को ठुकरा दिया. अब इनकम की कमी के कारण उन्हें फाइनेंसियल प्रॉब्लम और अनसर्टेनिटी का सामना करना पड़ रहा है.

श्रम एवं रोजगार मंत्रालय को लिखा पत्र

नाइट्स ने श्रम एवं रोजगार मंत्रालय को लेटर लिखकर मामले की जांच की मांग की है, ताकि यह एनश्योर  किया जा सके कि इंफोसिस अपने नए कर्मचारियों के प्रति अपने दायित्वों को पूरा करे. Nites ने प्रोफेशनल्स को जॉइनिंग में हुई देरी की अवधि का पूरा वेतन दिए जाने की भी मांग की है.