बैंक मर्जर के खिलाफ यूनियन ने भले ही हड़ताल टाल दी हो लेकिन केंद्रीय कर्मचारियों को इस बार सैलरी 25 सितंबर को ही मिल जाएगी. आपको बता दें कि बैंक यूनियन की हड़ताल के मद्देनजर फाइनेंस मिनिस्‍ट्री ने सैलरी 25 सितंबर तक रिलीज करने का आदेश दिया था. सभी केंद्रीय विभागों से कहा गया था कि वे हर हाल में अपने कर्मचारियों की सैलरी पेमेंट फाइल बैंकों को ट्रांसफर कर दें.

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सैलरी लेट हो सकती थी

सरकार के आदेश के मुताबिक बैंक यूनियन ने 26 और 27 सितंबर को हड़ताल का आह्वान किया था. इससे सरकारी कर्मचारियों की सैलरी बैंक में क्रेडिट होने से लेट हो सकती थी. इसलिए सभी विभागों से कहा गया था कि वे 25 सितंबर को सैलरी पेमेंट फाइल बैंकों को भेज दें. 

कारोबारी साल की छमाही क्‍लोजिंग

एजी आफिस, ब्रदरहुड प्रयागराज के पूर्व अध्‍यक्ष एचएस तिवारी ने बताया कि सरकारी विभाग महीने की आखिरी तारीख को बैंकों में सैलरी भेजते थे. लेकिन 30 सितंबर को कारोबारी साल की छमाही क्‍लोजिंग है. इसलिए सभी पेंशन एंड अकाउंट ऑफिस (PAO's) को यह निर्देश दिया है कि वे 5 दिन पहले ही सैलरी बांट दें.

बैंकों में हड़ताल क्‍यों थी

सरकार ने 10 सरकारी बैंकों का मर्जर करने का प्‍लान बनाया है. इसके विरोध में बैंक यूनियन ने 26 और 27 सितंबर को हड़ताल बुलाई थी. हालांकि फाइनेंस सेक्रेटरी से बातचीत के बाद उन्‍होंने हड़ताल टाल दी. 28 और 29 सितंबर को शनिवार और रविवार है, इस कारण बैंक इस हफ्ते 4 दिन बंद हो सकते थे. अब 2 दिन ही बंद होंगे.