केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) की ताजा रिपोर्ट में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के आंकड़े के आधार दर्शाया गया है कि सितंबर-2018 में पूरी हुई 13 महीने की अवधि में देश में 1.6 करोड़ नौकरियां सृजित हुईं. इस बीच, सितंबर में ईएसआई की स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल होने वाले नए ग्राहकों की संख्या सितंबर में 5.2 प्रतिशत घटकर 11.51 लाख रही.

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कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ), ईएसआईसी और राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) के आंकड़ों पर आधारित केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) की रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर में 12.14 लाख नए सदस्य कर्मचारी राज्य बीमा योजना (ईएसआई) में शामिल हुए.

सेवानिवृत्ति निधि से बाहर भी निकले

रिपोर्ट के अनुसार, इस साल सितंबर तक की 13 महीने की अवधि के दौरान 1.57 करोड़ नए सदस्य ईपीएफओ की सामाजिक सुरक्षा योजना में शामिल हुए, लेकिन इसी दौरान ईपीएफओ के 1.02 करोड़ सदस्य इस सेवानिवृत्ति निधि से बाहर निकले. हालांकि, ईपीएफओ सदस्यता से बाहर निकलने वाले 24.25 लाख सदस्य 13 महीने की अवधि के भीतर फिर से इसमें शामिल हो गए. इस प्रकार 13 महीने की अवधि के दौरान बनाए गए नए सदस्यों की संख्या अथवा रोजगार सृजन की संख्या 79.48 लाख थी.

रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर, 2017 से सितंबर, 2018 की अवधि के दौरान नए एनपीएस ग्राहकों की अनुमानित कुल संख्या 8,13, 937 रही. सीएसओ ने कहा कि वर्तमान रिपोर्ट औपचारिक क्षेत्र में रोजगार के स्तर के बारे में विभिन्न दृष्टिकोण देती है और समग्र स्तर पर रोजगार को नहीं मापती है.

10 करोड़ नए रोजगार की होगी जरूरत

भारत को अगले 10ल साल में रोजगार के 10 करोड़ नए अवसर पैदा करने की जरूरत पड़ेगी. पीडब्ल्यूसी की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि रोजगार में वृद्धि होने से देश में आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं में तेजी लाई जा सकती है और इसे अधिक समावेशी बनाया जा सकता है. पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट ‘नागरिक: बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन के जरिये समावेशी वृद्धि' में अगले दशक में देश मे रोजगार बढ़ाने के व्यावहारिक तरीके का उल्लेख किया गया है.

(इनपुट एजेंसी से)