Yamuna Level in Delhi: पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश होने कि वजह से यमुना का जलस्तर काफी बढ़ गया है. जिसकी वजह से हरियाणा स्तिथ हथिनीकुंड डैम पर यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है. इस वजह से हथिनीकुंड से दिल्ली के ओर पानी छोड़ दिया गया है. ये यमुना का पानी अब तक पहुंच चुका है.कल शाम से ही यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी होती हुई नजर आई.और देर शाम तक ये खतरे के निशान को पार कर गई.

पुराने रेलवे पुल के पास 205.97 मीटर हुआ यमुना का जलस्तर

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दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब आते ही प्रशासन निचले इलाके में रहने वाले लोगों को बाढ़ से बचाने के प्रयास में लगे हुए हैं. वहीं यमुना नदी का जलस्तर पुराने रेलवे पुल पर अभी 205.97 मीटर बना हुआ है. हालंकी प्रशासन इस समस्या से निपटने के किए सभी जरूरी कदम उठा रहा है. राजधानी में शनिवार सुबह यमुना का जलस्तर घटता नजर आया लेकिन यमुना में पानी खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है.

4 घंटे में 0.02 मीटर कम हुआ जलस्तर

दिल्ली बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, यमुना नदी का जलस्तर पुराने रेलवे पुल पर शनिवार सुबह 11 बजे तक 205.97 मीटर रहा, जबकि सुबह 7 बजे तक 205.99 मीटर था. कयास लगाया जा रहा है कि शाम तक यमुना का पानी इसी स्तर पर रह सकता है और शाम के बाद जलस्तर घटने की उम्मीद जताई जा रही है.

दिल्ली में कब जारी होती है बाढ़ की चेतावनी

वहीं, यदि यमुना नदी का जलस्तर 206 मीटर को पार कर जाएगा तो लोगों को निचले इलाकों से निकालने के अभियान को तेजी से अंजाम दिया जाएगा. हालांकि दिल्ली में बाढ़ की चेतावनी तब घोषित की जाती है, जब यमुना नगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा एक लाख क्यूसेक को पार कर जाती है. चेतावनी घोषित होने के बाद ही निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाता है.

दिल्ली के 35 हजार लोगों के लिए रहता है बाढ़ का खतरा

फिलहाल बाढ़ नियंत्रण विभाग यमुना नदी की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. इसके साथ ही प्रशासन और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने 34 नावों और सचल पंप को तैनात किया है. दरअसल, दिल्ली में जब भी बाढ़ आती है या बाढ़ का खतरा होता है तो करीब 35 हजार से अधिक लोगों के बाढ़ के चपेट में आने की आशंका रहती है.