दिल्ली में यमुना में जबरदस्त उफान, कई घरों में घुसा पानी...टूट सकता है 45 साल का रिकॉर्ड
बुधवार सुबह यमुना नदी का जलस्तर 207.25 मीटर पर पहुंच गया, जो 1978 के अब तक के रिकॉर्ड सर्वाधिक जलस्तर 207.49 के करीब है.
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देश के तमाम राज्यों में हुई भारी बारिश के कारण देश की राजधानी दिल्ली में यमुना के जल का स्तर खतरे के निशान से करीब 2 मीटर ऊपर पहुंच गया है. बुधवार सुबह यमुना नदी का जलस्तर 207.25 मीटर पर पहुंच गया, जो 1978 के अब तक के रिकॉर्ड सर्वाधिक जलस्तर 207.49 के करीब है. केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार, बुधवार सुबह 8 बजे ओल्ड रेलवे ब्रिज (ओआरबी) पर यमुना नदी का जलस्तर 207.25 मीटर दर्ज किया गया है.
दोपहर 12 बजे तक इसके 207.35 मीटर तक होने की संभावना जताई गई थी. ओआरबी पर खतरे का निशान 205.33 मीटर है. बता दें कि दिल्ली में पिछले तीन दिनों में यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा है. ओआरबी पर यमुना का सर्वाधिक जलस्तर 1978 में हुआ था, तब ये 207.49 मीटर दर्ज किया गया था..उस समय हथिनी कुंड बैराज से सात लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था.
इसके बाद वर्ष 2013 में आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद जलस्तर 207.32 मीटर तक पहुंच गया था, लेकिन बाढ़ नहीं आई. 2019 में 8.28 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, लेकिन जलस्तर 206.6 मीटर तक ही पहुंचा था और बाढ़ नहीं आई थी. बीते 9 जुलाई को हथनी कुंड बैराज से 45 हजार क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया था. बाद में उस रात, अतिरिक्त तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इसके बाद सोमवार 10 जुलाई की सुबह लगभग 2.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया.
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मंगलवार सुबह आठ बजे हथनी कुंड बैराज से करीब 3.21 लाख क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया. मंगलवार को जलस्तर 206.24 मीटर तक पहुंचने के बाद आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को हटा दिया गया था. बुधवार को नदी में और पानी छोड़ा गया, जिसके बाद दिल्ली में जलस्तर 207.25 मीटर तक पहुंच गया. अभी जलस्तर के और भी बढ़ने की उम्मीद है.
बता दें इन हालातों को देखते हुए दिल्ली में निचले इलाके में रहने वाले लोगों को ऊंचाई वाले इलाकों में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. दिल्ली सरकार ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों और यमुना के जलस्तर की निगरानी के लिए एक केंद्रीय नियंत्रण कक्ष सहित 16 नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं. जागरूकता, निकासी और बचाव कार्य के लिए 45 नावें तैनात की गई हैं. पुराने रेलवे पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है. अतिरिक्त पानी छोड़ने और लंबे समय तक उच्च जल स्तर को रोकने के लिए ओखला बैराज के सभी दरवाजे खोल दिए गए हैं.
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02:09 PM IST