आज विश्व धरोहर दिवस है. ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षण देने और लोगों के इनके प्रति जागरूक करने के मकसद से पूरी दुनिया में 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र की इकाई यूनेस्को ने इस दिन को धरोहर दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. खास बात ये है कि इस दिन भारत में किसी भी ऐतिहासिक स्थल पर घूमने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता. भारत सरकार ने विश्व धरोहर दिवस के दिन ऐतिहासिक स्थलों पर पर्यटकों का प्रवेश निशुल्क किया हुआ है. 

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अगर आप आगरे का ताजमहल हो या दिल्ली का लाल किला, या फिर देशभर में स्थित अन्य कोई भी ऐतिहासिक स्थल जाने का प्रोग्राम बना रहे हैं तो आज के दिन का मौका नहीं गंवाना चाहिए. क्योंकि ऐसा मौका फिर पूरे साल हाथ नहीं आएगा. अन्य दिन ऐतिहासिक स्थलों पर घूमने के लिए प्रवेश शुल्क देना होता है. यह फिस सैकड़ों रुपये भी हो सकती है. इसलिए आज के दिन ऐतिहासिक स्थलों की सैर पर जाए अपने ज्ञान को बढ़ाने के साथ-साथ जेब पर बोझ न पड़ने दें. 

ताजमहल में तो सामान्य टिकट के साथ-साथ मुख्य गुंबद तक जाने के लिए अलग से 200 रुपये का टिकट लेने होता है. भारतीय पर्यटकों के लिए सामान्य टिकट 50 रुरपये का है. जबकि विदेशी पर्यटकों के लिए सामान्य टिकट 1100 रुपये का है. 

विश्व धरोहर दिवस

संयुक्त राष्ट्र की इकाई यूनेस्को ने दुनियाभर की ऐतिहासिक धरोहरों को बचाने की पहल की है. इनके संरक्षण के लिए भी यूनेस्को संस्था बहुत काम करती है. भारत के बहुत सारे ऐतिहासिक स्थल यूनेस्को के संरक्षण में आते हैं.

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इनमें महाराष्ट्र की अजंता-एलेरा की गुफाएं, दिल्ली का लाल किला, कुतुबमीनार, आगरे का ताजमहल जैसे ऐतिहासिक स्थल शामिल हैं. यूनेस्को ने वर्ष 1983 में हर साल 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस मानने की शुरूआत की थी.