संसद के शीतकालीन सत्र में 19 विधेयकों पर होगी चर्चा, महुआ मोइत्रा पर रिपोर्ट हो सकती है पेश, जानिए डीटेल्स
Parliament Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार छह दिसंबर 2023 से शुरू होगा. इस सत्र में कुल 19 विधेयक सदन में पेश होंगे. इससे पहले संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने विपक्षी पार्टियों के साथ बैठक की है.
Parliament Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र छह दिसंबर 2023 से शुरू हो रहा है इससे पहले राजनीतिक दलों के नेताओं ने शीतकालीन सत्र के एजेंडे पर चर्चा के लिए शनिवार को यहां बैठक की. साथ ही इस सत्र में दोनों सदन में पेश किए जाने विधेयकों की भी डीटेल्स सामने आई है. सरकार ने शनिवार को कहा कि वह सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि सदन में चर्चा के लिए पूरा माहौल बने और कहीं कोई व्यवधान न हो. विपक्षी नेताओं ने पुराने आपराधिक कानूनों के स्थान पर लाए जा रहे तीन विधेयकों के अंग्रेजी में नाम, मंहगाई, जांच एजेंसियों के ‘‘दुरुपयोग’’ और मणिपुर पर चर्चा की मांग की.
Parliament Winter Session: संसद में पेश होंगे 19 विधेयक,
लोकसभा के शीतकालीन सत्र में कुल 19 विधेयक सदन में पेश किए जाएंगे. इसमें कुछ विधेयक लोकसभा तो कुछ राज्यसभा में पेश हो चुके हैं. इस सत्र में औपनिवेशिक काल के आपराधिक कानूनों के स्थान पर तीन विधेयक लाने सहित प्रमुख विधेयकों के मसौदे पर विचार-विमर्श होने की उम्मीद है. संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने पत्रकारों से कहा कि बैठक में सरकार ने आश्वासन दिया कि वह सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है. संसद का शीतकालीन सत्र चार दिसंबर से शुरू होगा और यह 22 दिसंबर तक चलेगा जिसमें 15 बैठकें होंगी.
संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि लेकिन विपक्ष को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि सदन में चर्चा के लिए पूरा माहौल बने और कहीं कोई व्यवधान न हो. प्रहलाद जोशी ने कहा कि 19 विधेयक और दो वित्तीय विषय विचाराधीन हैं. गौरतलब है कि सत्र के पहले दिन सोमवार को सदन में ‘पैसे लेकर प्रश्न पूछने’ के मामले में लोकसभा की एक समिति की रिपोर्ट भी पेश किए जाने के लिए सूचीबद्ध है. इस रिपोर्ट में तृणमूल नेता महुआ मोइत्रा को निचले सदन से निष्कासित करने की सिफारिश की गई है.
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि विपक्ष ने कुछ मुद्दों पर चिंता व्यक्त कि है जिसमें चीन द्वारा ‘‘हमारी जमीन हड़पना’, मणिपुर, महंगाई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) तथा सीबीआई का ‘‘दुरुपयोग’’ शामिल है. मीटिंग में कुल 23 राजनीतिक पार्टियों के कुल 30 नेताओं ने हिस्सा लिया.