चौराहे पर लगी ट्रैफिक लाइट लाल, पीले और हरे रंग की ही क्यों होती है! आपको पता है लॉजिक?
ट्रैफिक लाइट्स के मायने हम सबको पता होते हैं. लेकिन ट्रैफिक लाइट में लाल, हरे और पीले रंग का चुनाव ही क्यों किया गया, कभी इस बारे में सोचा है? यहां जानिए इसके बारे में.
रोड पर चलते हुए हम सभी को ट्रैफिक नियमों का पालन करना होता है. ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए शहरों में थोड़ी-थोड़ी दूर पर बने चौराहों पर ट्रैफिक लाइट लगी होती है. इसमें तीन रंग होते हैं लाल रंग, हरा रंग और पीला रंग. लाल रंग की लाइट जलने का मतलब है कि अभी रुक जाओ आगे बढ़ना खतरनाक हो सकता है. पीले रंग की लाइट का मतलब है कि चलने के लिए तैयार हो जाइए. वहीं हरे रंग की लाइट का मतलब है कि अब आप चल सकते हैं, आगे का रास्ता क्लीयर है. इन लाइट्स के मायने हम सबको पता होते हैं. लेकिन ट्रैफिक लाइट में लाल, हरे और पीले रंग का चुनाव ही क्यों किया गया, कभी इस बारे में सोचा है? यहां जानिए
लाल रंग
दरअसल लाल रंग के चुनाव के पीछे VIBGYOR वाला साइंस है. Violet, Indigo, Blue, Green, Yellow, Orange, Red इन 7 रंगों का गठजोड़ को शॉर्ट में VIBGYOR कहा जाता है. आखिरी के R का मतलब रेड यानी लाल होता है. इन सभी रंगों में लाल रंग की वेवलेंथ सबसे ज्यादा होती है. जिस रंग की वेबलेंथ जितनी ज्यादा होगी, वो उतनी दूर से स्पष्ट दिख जाता है. इसके अलावा लाल रंग लोगों का ध्यान अपनी तरफ आसानी से खींच लेता है. ये हर हाल में हर जगह पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में सक्षम माना जाता है. इसलिए खतरे के निशान के तौर पर लाल रंग चुना जाता है. ट्रैफिक लाइट में भी लाल रंग का मतलब खतरे से सावधान होने के लिए ही है. ये लोगों को वहीं रुकने के लिए संकेत करता है क्योंकि रेड लाइट के समय पर सड़क पार करने पर जान जोखिम में आ सकती है.
पीला रंग
लाल के बाद अगर कोई रंग सबसे ज्यादा आकर्षित करता है, तो वो पीला रंग होता है. इसके अलावा पीले रंग का लैटरल पेरीफेरल विजन (Lateral Peripheral Vision) लाल रंग की तुलना में लगभग सवा गुना ज्यादा होता है. इसका मतलब है कि इस रंग को किनारे या अगल-बगल कहीं से भी आसानी से देखा जा सकता है. साथ ही इसे ऊर्जा का प्रतीक माना गया है. ऐसे में पीला रंग ये संकेत देने के लिए है कि अब आप अपने आप को ऊर्जा से भर लें और चलने की तैयारी कर लें.
हरा रंग
हरे रंग का मतलब सकारात्मकता से है यानी सबकुछ सही है. इसके अलावा VIBGYOR के हिसाब से G यानी हरे रंग का स्थान बीच में है, जो हर चीज के संतुलन का संकेत देता है. इसलिए जब सब कुछ सही होता है तो हरी झंडी दिखाई जाती है. ट्रैफिक के मामले में भी हरी रंग की लाइट यही संकेत देने के लिए है कि रास्ता साफ है, इसे अभी आसानी से पार किया जा सकता है.
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