EXCLUSIVE : अरबपति डायमंड किंग सावजी ढोलकिया के बेटे को क्यों करनी पड़ी नौकरी?
सूरत के हीरो कारोबारी ने अपने 600 कर्मचारियों को इस दिवाली पर नई कार गिफ्ट की है.
सूरत के हीरो कारोबारी सावजी ढोलकिया ने अपने 600 कर्मचारियों को इस दिवाली पर नई कार गिफ्ट की है. हमारी सहयोगी चैनल जी हिन्दुस्तान की खबर के मुताबिक इस कार की कीमत 4 लाख 40 हजार से 5 लाख 35 हजार रुपए के आसपास बैठ रही है. कर्मचारियों को 2 बीएचके फ्लैट भी दिया है, जिसकी कीमत 20 लाख रुपए के आसपास है. यह सुनने ds बाद हर कर्मचारी की इच्छा होगी कि वह भी ऐसी ही कंपनी में काम करे. कौन हैं सावजी ढोलकिया? कर्मचारियों को इतने महंगे गिफ्ट बांटने के पीछे क्या वजह है? उनके बेटे द्रव्य को इतना बड़ा बिजनेस एंपायर होने के बाद भी नौकरी करने पर क्यों मजबूर होना पड़ा?
कौन हैं सावजी ढोलकिया
सावजी ढोलकिया सूरत की हरे कृष्ण डायमंड कंपनी के प्रवर्तक हैं. उन्होंने 2014 में दिवाली बोनस बांटकर सुर्खियां बटोरी थीं. हालांकि वह अपने कर्मचारियों को पहले भी महंगे उपहार बांटते रहे हैं. उनकी कंपनी का टर्नटोवर सालाना छह हजार करोड़ रुपए का है. दुनिया के 71 देशों में सावजी की कंपनी हीरा निर्यात करती है.
बेटे को दी रोजी-रोटी कमाने की ट्रेनिंग
सावजी जब भी कर्मचारी को अपने यहां भर्ती करते हैं तो उसे पहले 5 साल की ट्रेनिंग दी जाती है. इस दौरान अगर वह सफल हो गया तो उसे रेगुलर कर दिया जाता है. सावजी ने कुछ ऐसी ही तालीम अपने बेटे द्रव्य को भी दी. उन्होंने उसे रोजी रोटी कमाने के लिए कोच्चि भेजा था. हालांकि द्रव्य ढोलकिया एमबीए हैं. बिजनेस में पिता का हाथ बंटाने से पहले उन्होंने कोच्चि में रेस्त्रां, जूते के शोरूम और कॉल सेंटर में काम किया. द्रव्य को वहां सैलरी 7000 रुपए मिलती थी.
द्रव्य ने बताया कि इस सैलरी से मुझे समय में आया कि पैसे की तंगी क्या होती है. जो लोग तंगी से गुजरते हैं उनकी क्या मजबूरी है. हम आमतौर पर इस पर ध्यान नहीं देते लेकिन यह गौर करने वाली बात है. सावजी ढोलकिया ने खुद शुरुआत में नौकरी की थी. कुछ साल बाद उधार लेकर बिजनेस शुरू किया. करीब 10 साल तक उन्होंने हीरा तराशने का काम किया.
तोहफे के लिए कैसे चुनते हैं कर्मचारी
सावजी की कंपनी में जिस कर्मचारी की सैलरी 30 हजार रुपए से कम है उसे बोनस में कार मिलती है. इससे ऊपर सैलरी पाने वाले को 20 लाख रुपए तक का मकान तोहफे में दिया जाता है.
जैसा हुनर वैसा तोहफा
सावजी ने बताया कि जिस कर्मचारी का जो कौशल था उसे उसकी योग्यता के अनुरूप तोहफे के लिए चुना गया. पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए सावजी के कर्मचारियों को संबोधित किया. सावजी के दो कर्मचारी नई कार की चाभी पीएम के हाथों लेने के लिए दिल्ली आए थे. इस मौके पर पीएम ने कहा कि इस बार अच्छा प्रदर्शन करने वाले करीब 5000 कर्मचारियों को अलग-अलग इनाम मिला है. जिन कर्मचारियों को तोहफा मिला है, मैं उन्हें बधाई देता हूं.
इस बार 30 करोड़ की कारें तोहफे में दीं
तोहफा पाने के बाद एक कर्मचारी ने कहा-मैंने कभी सोचा नहीं था कि मुझे इतना कीमती तोहफा मिलेगा. दूसरे कर्मचारी ने कहा कि इस तोहफे की कोई कीमत नहीं लगा सकता. एक महिला ने कहा-मेरा सपना खुद की कार का था, जो आज पूरा हो गया. मेरे पति ने मेरा सपना पूरा कर दिया. सावजी ने करीब 30 करोड़ रुपए की कारें तोहफे में दी हैं. उन्होंने 900 कर्मचारियों की एफडी भी कराई है.