भारत में 23% लोगों की आंखों में कमजोरी और कम दिखाई देने के लक्षण देखे जा रहे हैं. इसकी एक बड़ी वजह लोगों का मोबाइल पर बढ़ता स्क्रीन टाइम है. डॉक्टरों के मुताबिक लोगों में आंखों पर दबाव और चश्मे का नंबर बढ़ने की समस्या में तेजी आई है. खासकर स्कूली बच्चे मायोपिया की बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. WHO की रिपोर्ट के मुताबिक 135 करोड़ युवाओं में बहरेपन की शिकायत हो सकती है. युवा स्क्रीन के साथ-साथ हेडफोन और ईयरबड्स के भी आदी हो गए हैं. फिलहाल दुनिया में करीब 43 करोड़ लोग बहरेपन का शिकार है. रिपोर्ट के मुताबिक 2050 तक 70 करोड़ लोग बहरेपन के शिकार होंगे. देखिए Aapki Khabar Aapka Fayda की ये खास रिपोर्ट.
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