UP में कोरोना को भगाने के लिए लगेगा पान-मसाले और गुटखे पर प्रतिबंध
कोरोनावायरस (Coronavirus) के कारण उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अब पान मसाले और गुटखे पर पूरी तरह पाबंदी लगाने की तैयारी है.
कोरोनावायरस (Coronavirus) के कारण उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अब पान मसाले और गुटखे पर पूरी तरह पाबंदी लगाने की तैयारी है. उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सरकार लगातार सकारात्मक प्रयास कर रही है. इसके लिए पान मसाला और गुटखा पर भी हम पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं.
अवस्थी ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के साथ यहां लोकभवन में कोरोना वायरस के नियंत्रण के सम्बंध में कहा कि पूरे प्रदेश में सारी प्रशासनिक मशीनरी और सभी विभाग टीम वर्क के साथ जनता का सहयोग लेकर इस महामारी से लड़ने का प्रयास कर रहे हैं. इसके लिए पान मसाला और गुटखा पर भी हम पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं.
अवस्थी ने कहा कि पिछले 10 दिन में प्रदेश में विदेशों से आए व्यक्ति हमारे लिए बड़ी चुनौती हैं. हम लोगों से सीधा संवाद करके इस महामारी को खत्म करने के लिए लगातार सकारात्मक प्रयास कर रहे हैं.
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के 18 जनपदों में लॉकडाउन किया गया है. इसके अंतर्गत नियमों का पालन सख्ती से करवाया जा रहा है. अगर कहीं इसका उल्लंघन होता है, तो एपिडेमिक एक्ट की धारा 188 के अंतर्गत कार्रवाई भी की जा रही है. अब तक प्रदेश स्तर पर लगभग 350 एफआईआर कर दी गई है. कल तक लगभग 250 एफआईआर की गई थी. आज दिन में लगभग 100 एफआईआर हुई हैं.
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के 35 मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही आज शामली और नोएडा में एक-एक मामले सामने आए हैं. अब तक 35 मामलों में 11 लोग इलाज के बाद इंफेक्शन फ्री होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं. इसमें आगरा के 7, गाजियाबाद का एक, नोएडा का एक और लखनऊ का एक मरीज शामिल है. वहीं इस वक्त 68 लोगों के सैंपल लेकर उन्हें टेस्टिंग के लिए भेजा गया है. प्रदेश में अब तक 2800 से ज्यादा आइसोलेशन बेड्स तैयार किए जा चुके हैं जिसे बढ़ाकर हम 11 हजार तक ले जाएंगे.
उन्होंने कहा इस समय प्रदेश में 6 जगहों पर कोरोना वायरस के सैंपल की टेस्टिंग की जा रही है. जिसमें लखनऊ के तीन अस्पताल, अलीगढ़, वाराणसी, मेरठ के एक अस्पताल शामिल हैं. जल्द ही गोरखपुर के एनआईवी सेंटर और सफई में यह व्यवस्था प्रारंभ हो जाएगी.