Tomato Flu: क्या है टोमैटो फ्लू? कैसे फैलता है, क्या है लक्षण, जानें यहां सभी सवालों के जवाब
Tomato Flu: लैंसेट पत्रिका में प्रकाशित एक आर्टिकल में कहा गया है कि भारत में टोमैटो फ्लू नाम की एक नई बीमारी सामने आई है. आइए जानते हैं इसके बारे में सबकुछ.
Tomato Flu: पूरी दुनिया में अभी कोरोना वायरस का असर खत्म भी नहीं हुआ है कि लोगों को एक नए बीमारी का डर सता रहा है. टोमैटो फ्लू नाम की इस बीमारी ने लोगों की नींद उड़ा रखी है. लेकिन क्या इस बीमारी की शुरुआत भारत में हुई है. ऐसा इसलिए क्योंकि 17 अगस्त को लैंसेट जर्नल में प्रकाशित एक आर्टिकल में भारत में एक नई बीमारी सामने आई है- टोमैटो फ्लू. इससे अभी तक 80 से ज्यादा मरीज हो चुके हैं. तो क्या भारत से एक नई महामारी का जन्म हो रहा है और क्या कोरोना वायरस और मंकीपॉक्स के बाद एक और नई बीमारी से हमें सामना करना होगा. इसके लिए सबसे पहले ये समझना होगा कि ये टोमैटो फ्लू क्या है और कहां से आया है.
क्या है टोमैटो फ्लू (What is tomato flu)
टोमैटो फ्लू (Tomato Flu) वायरस सबसे पहले केरल में 6 मई 2022 के दिन रिपोर्ट किया गया था. इसके शुरूआती लक्षण कोरोना से काफी मेल खाते हैं, लेकिन ये वायरस SARS-CoV-2 से रिलेटेड नहीं है. बल्कि ये एक वायरल इन्फेक्शन है. Tomato Flu बच्चों में चिकनगुनिया और डेंगू जैसे फीवर के बाद डेवेलप हो सकता है. इस बीमारी में शरीर पर लाल रंग के चकत्ते बन जाते हैं, जो कि काफी दर्दनाक भी होते हैं. ये बड़े हो कर टमाटर के आकार तक पहुंच सकते हैं. इसलिए इन्हें टोमैटो फ्लू कहा गया है. इस बीमारी में बुखार के साथ थकान, लाल दाने, जोड़ो में दर्द हो सकता है.
कैसे ठीक है टोमैटो फ्लू
मधुकर रेनबो अस्पताल के डॉ पवन कुमार ने बताया कि मंकीपॉक्स बीमारी से टोमैटो फ्लू (Tomato Flu) काफी अलग है और कम खतरनाक भी है. आमतौर पर ये बीमारी आराम करने और बुखार की दवा लेने से ही 5 से 7 दिन में ठीक हो जाती है. ये एक बच्चे से दूसरे बच्चे में फैल सकती है लेकिन इसके बच्चों से बड़ों में फैलने की आशंका कम ही रहती है. हालांकि, कई एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये कोई नई बीमारी नहीं है. बस इसे टेमैटो फ्लू का नया नाम दे दिया गया है.
नई बीमारी होने का दावा नहीं
लैंसेट जर्नल में जो रिसर्च पेपर छपा है उसमें ये कहीं नहीं लिखा है कि लैब टेस्ट या किसी और तरीके से ये साबित हुआ हो कि Tomato Flu कोई नया वायरस है. डॉ अनिल बत्रा के मुताबिक ये बच्चों में पाई जाने वाली हैंड, फुट एंड माउथ डिज़ीज़ ही है, या ये उसका वेरिएंट भी हो सकता है. ये बीमारी पहले भी भारत के हर हिस्से में बच्चों में पाई गई है. नई बीमारी का नाम देने के लिए पहले रिसर्च और टेस्ट के ज़रिए इस बीमारी की पहचान होनी चाहिए.
जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक टोमैटो फ्लू (Tomato Flu) का पहला मामला 6 मई को केरल के कोल्लम में मिला और तीन महीने में इस बीमारी ने 82 बच्चों को अपनी चपेट में लिया है. केरल के अलावा, तमिलनाडु, कर्नाटक और ओडिशा में भी इस बीमारी के शिकार बच्चे मिले हैं.
कैसे होगा बचाव
Tomato Flu बीमारी कोरोनावायरस की तरह तेज़ी से नहीं फैलती और ना ही मंकीपॉक्स की तरह जानलेवा साबित होती है. बच्चों को आराम करवाएं, स्कूल और खेलने ना जाने दें, बच्चों को फ्लूइड्स देते रहें. हालांकि दक्षिण के कुछ राज्यों में इस बीमारी के फैलने के बाद राज्य सरकारों के स्तर पर सावधानी जरुर बरती जा रही है.