सुषमा स्वराज के अंतिम दर्शन के लिए घर पर रखा गया पार्थिव शरीर, दोपहर बाद होगा अंतिम संस्कार
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार रात दिल्ली के एम्स में निधन हो गया. वह 67 साल की थीं. दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई.
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) का मंगलवार रात दिल्ली के एम्स में निधन हो गया. वह 67 साल की थीं. दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. एम्स की तरफ से निधन की घोषणा के बाद देश में शोक की लहर दौड़ गई. आम आदमी से लेकर समाज के तमाम वर्गों के लोगों ने उनके निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है.
सुषमा स्वराज के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए उनके निवास पर रखा गया है. दिन में करीब 12 बजे बीजेपी के मुख्यालय में उनके शरीर को लाया जाएगा. उनके निवास पर अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है. तमाम राजनीतिक दलों के नेता दिल्ली पहुंच कर उनके पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे हैं. नमन कर रहे हैं. दोपहर 3 बजे के बाद पार्थिव शरीर को लोधी रोड स्थित विद्युत शवदाव गृह ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. सुषमा स्वराज के निधन की खबर से देश नहीं बल्कि विदेशों से भी शोक संदेश आ रहे हैं.
पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन करना चाहते हैं तो ये है पूरा कार्यक्रम
बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि रात करीब 12 बजे सुषमा स्वराज के पार्थिव शरीर को एम्स से उनके निजी आवास धवन द्वीप बिल्डिंग पर ले जाया गया. बुधवार को सुबह करीब 11 बजे तक पार्थिव शरीर यहीं रखा जाएगा. सुषमा के चाहने वाले यहां आकर उनका अंतिम दर्शन कर सकते हैं. धवनदीप बिल्डिंग जंतर-मंतर रोड पर स्थित है.
बुधवार दिन में करीब 12 बजे सुषमा स्वराज के पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय ले जाया जाएगा. यहां सुषमा को चाहने वाले बिना किसी रोक-टोक के अंतिम दर्शन कर पाएंगे.
दिन में तीन बजे के बाद पार्थिव शरीर को लोधी रोड स्थित विद्युत शवदाव गृह ले जाया जाएगा. यहीं उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. नड्डा ने बताया कि यहां भी आम लोगों को सुषमा के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन का मौका मिलेगा.
देश-विदेश में शोक की लहर
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा, 'देश ने अपनी सबसे लोकप्रिय बेटी को खो दिया.'
बांग्लादेश की प्रधानमंभी शेख हसीना ने भी सुषमा स्वराज के निधन पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि 'वो हमारी अच्छी दोस्त थीं.'
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा कि "मेरी अच्छी दोस्त सुषमा स्वराज के निधन की खबर सुनकर गहरा शोक पहुंचा. असाधारण स्टेट्सबूमैन, राजनयिक उत्कृष्टता, एक अच्छी इंसान. नए मालदीव-भारत मैत्री के प्रमुख वास्तुकार. शायद वह शांति से आराम कर रही हैं."
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'भारत माता की असली बेटी थीं, उन्होंने पूरा जीवन भारत माता और आम जनता की सेवा में लगाए. उन्होंने पूरी दुनिया में भारत का मान बढ़ाया.'
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा, 'बहनजी सुषमा स्वराज के निधन की खबर से भीतर से आहत हूं. बड़ी और महान नेता महान वक्ता. भारत के लोगों, उनके परिवार और दोस्तों के प्रति गहरी संवेदना.'
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'मैं सुषमा स्वराज को लंबे समय से जानता था. हम दोनों भले ही अलग-अलग पार्टी में रहे, लेकिन कभी भी एक दूसरे का नाम लेकर नहीं पुकारा. वह मुझे भाई और मैं उन्हें बहन कहकर संबोधित करता. कभी नहीं सोचा था कि वह हमें ऐसे छोड़कर चली जाएंगी.'
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने शोक जताते हुए लिखा, 'मैं उन्हें 1990 से जानती हूं, चाहे हमारे वैचारिक मतभेद रहे, लेकिन हमने संसद में मैत्रीपूर्ण समय साझा किया. एक उत्कृष्ट राजनेता, बेहतरीन इंसान...मैं उन्हें मिस करूगी. परिवार और प्रशसंकों के प्रति संवेदना.'