Street Food Policy: अगर आप भी बाजार में बर्गर, हॉट डॉग, क्रीम रोल, पेटीज खाने के शौकीन हैं और आपको लगता है कि काश यह खाना हेल्दी होता तो यह आपके काम की खबर है. स्ट्रीट फूड को लेकर फूड रेगुलेटर FSSAI जल्द इसके लिए गाइडलाइन जारी कर सकता है. इसके बाद आपके फूड से कोई समझौता नहीं होगा. लोगों की पसंद है स्ट्रीट फूड सभी बड़ी छोटी दुकानों पर स्ट्रीट फूड आसानी से उपलब्ध होता है. ऐसे खाद्य पदार्थ लोगों को पसंद होते हैं, बच्चों को भी इसे खाना अच्छा लगता है, लेकिन इसकी क्वालिटी जांचने को लेकर कोई पुख्ता फ्रेमवर्क नहीं है. फिलहाल दुकान की इमेज, बरसों पुरानी दुकान आदि के कारण आप खाते आ रहे हैं. लेकिन ये आपकी सेहत के लिए रिस्की भी हो सकता है.क्यूंकि रैप के भीतर रखा सामान कब पैक हुआ, उसको बनाने में किन चीजों का इस्तेमाल हुआ है और उन्हें कहां से लिया गया ये सब कुछ स्पष्ट नहीं होता. इसलिए फूड रेगुलेटर FSSAI जल्द इसके लिए गाइडलाइंस जारी कर सकता है. प्लास्टिक रैप के लिए भी फूड ग्रेड का होना अनिवार्य फूड को लेकर गाइडलाइन जारी होने के बाद प्लास्टिक रैप में बिकने वाले रेडी टू ईट फूड पर सख़्ती हो जाएगी. इसके बाद फूड क्वालिटी से कोई समझौता नहीं होगा. इसके बाद आपको मालूम होगा कि किस तरह का प्रोडक्ट इस्तेमाल हुआ है. इसके साथ ही यह भी बताना होगा कि प्रोडक्ट की कहां से सोर्सिंग हुई है. इसके साथ ही प्लास्टिक रैप के लिए भी फ़ूड ग्रेड का होना अनिवार्य होगा. पैकिंग के ऊपर देनी होगी जानकारी कि कब तक इस्तेमाल किया जा सकता है, क्या मटेरियल इस्तेमाल किया गया है बनाने में और इसकी गुणवत्ता को लेकर ग्राहक को कैसे सुनिश्चित किया जा सकता है. बेस्ट Before की तारीख तय करने के लिए प्रक्रिया बनाई जा सकती है