बिहार के सारण और वैशाली जिले की सीमा पर लगने वाले विश्व प्रसिद्घ हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले का बुधवार को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने उद्घाटन किया. इस साल 32 दिनों तक चलने वाला यह मेला यहां आने वाले लोगों के लिए सज-धज कर तैयार है. मेले में घोड़ों की बिक्री हो सकेगी जबकि हाथियों की बिक्री पर पाबंदी है. कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर गंगा-गंडक संगम और अन्य घाटों पर स्नान के लिए बड़ी संख्या में साधु-संत, महात्मा सहित धर्मावलंबी यहां पहुंच चुके हैं. पूर्णिमा स्नान 23 नवंबर को है. 

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ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व वाले हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले का उद्घाटन करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, "सोनपुर मेले को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर पहुंचाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इस वर्ष मेले में आने वाले पर्यटकों की संख्या में जरूर वृद्घि होगी."

उन्होंने कहा, "मेले में थियेटर के नाम पर अश्लीलता परोसने की इजाजत नहीं होगी." पशुओं की बिक्री के नाम पर तस्करी करनेवालों को भी उन्होंने चेतावनी दी. उन्होंने हालांकि स्पष्ट करते हुए कहा कि पालतू घोड़ों की बिक्री पर रोक नहीं होगी और ना ही हाथियों की प्रदर्शनी पर रोक होगी, परंतु हाथियों की बिक्री प्रतिबंधित है. 

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पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल सहित कई सांसद व विधायक उपस्थित थे.मेले में खेल, तमाशों सहित कई मनोरंजक कार्यक्रमों की इस बार भरमार देखी जा रही है.

पशुओं के क्रय-विक्रय तथा सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्घ इस मेले में पिछले वर्ष की तुलना में ज्यादा पर्यटकों के आने की संभावना है. मेले को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं. मेले में सैलानियों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है. 

विदेशी सैलानियों को आकर्षित करने के लिए 20 स्विस कॉटेजों का निर्माण कराया गया है. राज्य के विभिन्न विभागों के स्टॉल भी मेला परिसर में लगाए गए हैं. मेला 22 दिसंबर तक चलेगा.

(आईएएनएस से)