खुद को SEBI एजेंट बताकर निवेशकों को दिया 84 फीसदी रिटर्न का लालच, 500 लोगों को लगाया 170 करोड़ रुपये का चूना
Share Market Fraud: मुंबई क्राइम ब्रांच के प्रॉपर्टी सेल ने मध्य प्रदेश से आशीष शाह नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कियाहै, जो कि लोगों को शेयर मार्केट से मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर उन्हें चुना लगाने का काम करता था.
Share Market Fraud: मुंबई क्राइम ब्रांच के प्रॉपर्टी सेल ने मध्य प्रदेश से आशीष शाह नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कियाहै, जो कि लोगों को शेयर मार्केट से मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर उन्हें चुना लगाने का काम करता था. आरोपी ने 500 लोगों के साथ करीब 170 करोड़ का फर्जी इन्वेस्टमेंट स्कैम किया है. पुलिस के मुताबिक, मुंबई के वर्सोवा का रहने वाला आशीष शाह निवेशकों को 84% तक रिटर्न्स देने का वादा करता था और अपने आप को सेबी रजिस्टर्ड एजेंट बताता था. लोगों का भरोसा जीतने के बाद वो ठगी की वारदात को अंजाम देता था.
छतरपुर से गिरफ्तार हुआ आरोपी
जब लोगों को आशीष से मनचाहा रिटर्न नहीं मिला था, तो उन्होंने उसके खिलाफ मई 2024 में वर्सोवा पुलिस स्टेशन में चीटिंग की शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद केस को सीधा क्राइम ब्रांच को सौप दिया.
रिपोर्ट्स के अनुसार आरोपी ने करीब 400 लोगों के साथ करीब 170 करोड़ रुपए का चूना लगा चुका है. आशीष शाह को पकड़ने के लिए मुम्बई क्राइम ब्रांच ने करीब 3 टीम तैनात किए थे, जिन्होंने आरोपी को मध्य प्रदेश के छतरपुर से गिरफ्तार किया.
फर्जी कंपनी से लगाया चूना
पुलिस ने जब छानबीन शुरू की तब मालूम हुआ कि आरोपी आशीष शाह, समर्याश ट्रेडर्स एलएलपी नामक कंपनी शुरू की जिसमें, वो निवेशकों से पैसे कोविड के दौरान 2022 से मई 2024 तक लोगों के पैसे निवेश शेयर मार्केट में निवेश करने की बात कही. लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं.
शुरुआत में लोगों को रिटर्न्स / मुनाफे के नाम पर अच्छे पैसे दिए गए, लेकिन उसके कुछ दिनों बाद पैसे मिलने रुक गए और लोगों को ठगी का शक होने लगा. लोकेशन की माने तो इस ठगी का शिकार हुए लोग मीरा रोड, भयंदर और तमिलनाडु के लोगों को चूना लगाने की बात सामने आ रही हैं.
आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने मूवेबल और इमोवेबल प्रॉपर्टीज को आइडेंटिफाई किया है. जिनमें आरोपी के नाम से 2 फ्लैट, 2 लैंड पार्सल, गुजरात में 4 गाडियां और 6 बैंक अकाउंट्स 25 लाख कैश और करीब 2 किलो गोल्ड बार सीज किए हैं
पुलिस ने ब्रीच ऑफ ट्रस्ट, चीटिंग और एमआईडीपी (महाराष्ट्र प्रोटेक्शन ऑफ इंट्रेस्ट ऑफ डिपॉजिटर्स) समेत कई धाराएं लगाई है.
सरकार की ये सलाह जरूर मानें
इन्वेस्टमेंट फ्रॉड के बढ़ते संख्या को देख सरकार, मार्केट रेगुलेटर सेबी, आरबीआई और एक्सचेंज समय समय से लोगों में अवेयरनेस कर रहे हैं कि मार्केट में निवेश करने से पहले सारी जानकारी एक बार खुद जरूर चेक करें और सोच कर, समझ कर निवेश करें.