शरद पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, दो ही दिन बार शरद पवार ने इस फैसले को वापस ले लिया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में शरद पवार ने कहा है कि, 'मैं अपना फैसला वापस ले रहा हूं कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए उन्होंने फैसला वापस लिया है.

राहुल गांधी और अन्य नेताओं का भी था मत

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प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से बात करते हुए शरद पवार ने कहा, 'मैं आपकी भावनाओं का अपमान नहीं कर सकता. मैं इस्तीफा वापस लेने की आपकी मांग का सम्मान कर रहा हूं. मैं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफे का अपना फैसला वापस लेता हूं.' एनसीपी के अध्यक्ष ने आगे कहा, 'अन्य राजकीय पार्टी के नेताओं का मत था की मैं इस्तीफे वापस ली जिसमे राहुल गांधी, सीताराम येचुरी और अन्य लोग शामिल है. लेकिन मेरा अभी भी यही विचार है की पार्टी में नए नेतृत्व निर्माण करने की जरूरत है.'

अजीत पवार की गैरमौजदूगी पर कही ये बात

अजीत पवार की गैर मौजूदगी पर शरद पवार ने कहा की सभी लोगो के साथ मिलकर फैसला लिया है. अजीत पवार नही आए इसका मतलब ये नही की वो नाराज है.  मैंने पार्टी के सीनियर नेताओं को कॉन्फिडेंस में नहीं रखा इसके लिए में माफी मांगता हूं. लेकिन मैंने अपने फैसले की जानकारी अजीत को दी थी. उसे मेरे फैसले की जानकारी थी इसीलिए 2 मई को वो मेरे साथ सहमत था. प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजीत पवार की गैर मौजूदगी पर शरद पवार ने कहा, 'हर कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं आ सकता है. कोई यहां पर है और कोई नहीं.' 

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कार्यकारी अध्यक्ष का आया था प्रस्ताव

शरद पवार ने बताया कि उनके पास कार्यकारी अध्यक्ष का प्रस्ताव आया था, लेकिन सुप्रिया सुले और बाकी सहयोगियों को पसंद नही था. बकौल शरद पवार,'इस्तीफा देने के बाद मुझे नहीं लगा था कि इतनी तीव्र प्रतिक्रिया आएगी. मेरे साथ बैठे ये जो लोग मेरी टीम हैं, ये सभी राज्य चला सकते हैं, देश चला सकते हैं. पार्टी की विचारधारा और पार्टी को मजबूत करने के लिए और काम करूंगा.आपका लगातार दिया सहयोग मेरी असली प्रेरणा है. मेरे जीवन में सफलता और विफलता में आप हमेशा साथ रहे हैं. मैं आप सभी का हमेशा ऋणी रहूंगा.'