कोरोना के मोर्चे पर मात खा गए दिग्गज देश, अनिल सिंघवी बोले- हिंदुस्तान से सबक ले अमेरिका
अमेरिका ने कोरोना की सीरियसनेस को समझा ही नहीं. इस मामले में भारत कहीं आगे है. हालांकि, हमारे देश में सरकार को लोगों का उतना सपोर्ट नहीं मिला, जितना मिलना चाहिए.
पिछले दो दिन में कोरोना की टेंशन बढ़ गई हैं. विश्व में 10 लाख से ज्यादा केस पहुंच चुके हैं. वहीं, अकेले अमेरिका में 2.5 लाख मामले सामने आए है. मतलब कुल मामलों के 25 फीसदी केस सिर्फ अमेरिका में हैं. भारत में भी आंकड़ा 2500 के पास पहुंच रहा है. ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी के मुताबिक, ये काफी शॉकिंग है कि दुनियाभर में 25 फीसदी केस सिर्फ अमेरिका से आ रहे हैं. ये वो अमेरिका है, जिसे दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश समझा जाता है. ये माना जाता है कि वहां की टक्नोलॉजी सबसे एडवांस है. वहां का सिस्टम, वहां के लोग सबसे ज्यादा समझदार हैं. लेकिन, ऐसी हमारी समझ थी, अब नहीं है.
अनिल सिंघवी के मुताबिक, जिस तरह से अमेरिका ने कोरोना को हैंडल किया है. यह बेहद दुखद है. अमेरिका ने कोरोना की सीरियसनेस को समझा ही नहीं. इस मामले में भारत कहीं आगे है. हालांकि, हमारे देश में सरकार को लोगों का उतना सपोर्ट नहीं मिला, जितना मिलना चाहिए. पिछले चार-पांच दिनों में जिस तरह की खबरें आई हैं, यह बड़ी परेशान करने वाली हैं. लेकिन, जिस तरह हमारी सरकार और प्रशासन ने एक्शन लिया है वो बड़े-बड़े विकसित देशों ने भी नहीं लिया. अमेरिका के लिए यह एक सीखने वाली बात है. दुनिया के शक्तिशाली देश को छोटा सा वायरस कैसे घुटनों पर ला सकता है यह इसका उदाहरण है.
अमेरिका के लिए चिंता की बात
अनिल सिंघवी के मुताबिक, अमेरिका में जो हो रहा है वो बड़ी चिंता की बात है. अभी भी देर नहीं हुई है. अमेरिका को पूरा लॉकडाउन कर देना चाहिए. अभी तक ऐसा नहीं किया ये लोगों के सामने है. क्योंकि, जनता अपना लीडर की फेसवेल्यू का ख्याल रखती है. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि चिंता की बात नहीं है, हम कोरोना वायरस से लड़ लेंगे. अनिल सिंघवी के मुताबिक, इसका असर साफ दिखाई दे रहा है. अमेरिका में बेरोजगारी के आंकड़े लाइफटाइम हाई पर पहुंच रहे हैं. अगर कोरोना पर ढंग से काबू नहीं पाया गया तो इसके आफ्टर इफेक्ट जो होंगे, उस कौन झेलेगा. पूरी ग्लोबल इकोनॉमी पर इसका असर पड़ेगा. ऐसे सवालों का जवाब देना हर सरकार, सेंट्रल बैंक लिए बहुत भारी पड़ेगा.
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भीलवाड़ा में एक भी नया मामला नहीं
अनिल सिंघवी के मुताबिक, जिस तरह से भिलवाड़ा में तुरन्त एक्शन लेते हुए कर्फ्यू लगाया गया. राजस्थान सरकार इस मामले में काफी प्रोएक्टिव रही है. उन्होंने जिले की सीमाओं को सील किया. पूरा कर्फ्यू लगाया. जनता ने समर्थन किया. प्रशासन अच्छे से काम करे, लोग उसमें सपोर्ट करें तो कोई बड़ी बात नहीं कि फैलने के बाद भी रोका जा सकता है. भिलवाड़ा से सीखना चाहिए. किस तरह से असरदार तरीके से वहां कोरोना पर काबू पाया गया. बुरी खबरों के बीच में अच्छे उदाहरण हैं जो सबको फोलो करने चाहिए.