खाने-पीने के सामान की क्राइसिस हो सकती है दूर; सरकार दे सकती है दुकान खोलने की मंजूरी
कोरोनावायरस (Coronavirus) से लॉकडाउन के दौरान दाल, चावल और अन्य जरूरी चीजों के सामान की रिटेल दुकानों को खोले रखने की इजाजत मिल सकती है.
कोरोनावायरस (Coronavirus) से लॉकडाउन के दौरान दाल, चावल और अन्य जरूरी चीजों के सामान की रिटेल दुकानों को खोले रखने की इजाजत मिल सकती है. क्योंकि खुदरा दुकानदारों के संगठन (RAI) ने राज्य प्रशासनों से लॉकडाउन के दौरान देश भर में खाने-पीने और किराना दुकानों को खोलने की अनुमति देने का आग्रह किया है.
महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब और गुजरात में कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के बाद यह आग्रह किया है. इन राज्यों में पुलिस से खुदरा दुकानदारों के कर्मचारियों और समान पहुंचाने का काम करने वालों की पिटाई की और उन्हें पुलिस स्टेशन ले गये.
एसोसिएशन ने घरों तक सामान पहुंचाने की अनुमति देने का भी आग्रह किया है ताकि लोग घरों से बाहर न निकलें और कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके.
संगठन ने कहा कि मॉल या जहां कहीं भी खुदरा किराने की दुकानें हैं और चाहे वे छोटी हों या फिर एयर कंडीशनर, उसे खोले रखने की अनुमति दी जाए. आरएआई के मुताबिक ज्यादातर राज्य पहले ही इस विचार से सहमत हैं कि आटा, चावल जैसे सामान बेचने वाली किराना दुकानों को बंद करने से जरूरी जिंसों की बिक्री प्रभावित होगी और इससे समस्या बढ़ेगी. इससे लोग घबराकर अधिक समान खरीदेंगे, इससे बाजार में सामान की कमी होगी.
संगठन ने यह भी कहा कि इस काम से जुड़े कर्मचारी अपना जीवन जोखिम में डालकर लोगों की सेवा कर रहे हैं. आरएआई ने कहा कि संगठन ने मुख्यमंत्रियों और कानून का पालन करने वाले प्राधकरणों से मामले में हस्तक्षेप करने को कहा ताकि जरूरी सामान आम लोगों की पहुंच में रहे.
एसोसिएशन ने PMO, उद्योग संवर्धन और आतंरक व्यापारक विभाग, वाणिज्य मंत्रालय तथ वित्त मंत्रालय को भी पत्रा भेजकर खुदरा खाने-पीने और किराना दुकानों को खोलने की अनुमिति देने का आग्रह किया है.